पहले बम धमाका फिर गोलीबारी! क्या शूटर्स के टारगेट पर थे बाप और बेटे? एक फोन और बच गए जीशान सिद्दीकी

Shilpi Jaiswal

Baba Siddique Massacre: देर रात शनिवार को पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बांद्रा इलाके में तीन हमलावरों ने उन पर छह गोलियां चलाईं। इस घटना से राजनीतिक गलियारे में सनसनी मच गई है। तो वहीं बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी इस हमले में बाल-बाल बच गए।महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी पार्टी (अजित गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गईl

3 शूटर्स ने उन्हें गोली मारी बाबा सिद्दीकी जब बेटे और कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से घर के लिए रवाना हुए तब ही बांद्रा में यह वारदात हुई हमलावरों के निशाने पर बेटे जीशान भी हो सकते थे मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर 6 राउंड फायरिंग की गई। गोली उनके सीने में लगी। गोली लगने के बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उससे पहले ही उनकी मौत हो गई। अब तक मिली जानकारी की माने तो बाबा सिद्दीकी की हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने कराई है।

जीशान सिद्दीकी भी थे टारगेट?

पुलिस इस केस की तीन एंगल से जांच कर रही है हालांकि, अब सामने आया है कि हमलावरों के निशाने पर बेटे जीशान सिद्दीकी भी हो सकते थे, इस वक्त जीशान सिद्दीकी अपने पिता के साथ घर जा रहे थे। जैसे ही वे दोनों ऑफिस से निकलने वाले थे। जीशान को फोन आया और वह वापस ऑफिस चला गया। वहां जब वे फोन पर बात कर रहे थे तो बाहर से गोली चलने की आवाज आई। जब जीशान बाहर आए तो बाबा सिद्दीकी गोली लगने से घायल होकर जमीन पर पड़े थे। सूत्रों के मुताबिक अगर जीशान ने वह कॉल रिसीव नहीं किया होता तो हमलावर उन्हें भी गोली मार देते। जीशान सिद्दीकी को 15 दिन पहले धमकी दी गई थी। इसलिए उन्हें वाई लेवल की सुरक्षा दी गई थी।

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पुलिस कर रही जांच

पुलिस ने इस मामले में जिन दो हमलावरों को पकड़ा है उनमें से एक उत्तर प्रदेश और एक हरियाणा का रहने वाला है पुलिस इस केस के तीसरे आरोपी को पकड़ने में लगी है वहीं, पुलिस इस केस में तीन एंगल से जांच कर रही है सबसे पहला एंगल है SRA प्रोजेक्ट जांच से पता चलता है पूर्व मंत्री पर यह अटैक स्लम पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) प्रोजेक्ट पर विवाद से संबंधित हो सकता है एसआरए झुग्गी बस्तियों की पहचान करने और झुग्गी पुनर्विकास के काम को शुरू करने का एक प्रोजेक्ट है इसमें आरोप था कि बाबा सिद्दीकी ने पिरामिड डेवेलपर्स को बांद्रा में डेवलप हो रहे स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) प्रोजेक्ट में मदद की थी साथ ही इसमें 2,000 करोड़ रुपए का घोटाला बताया गया थाl

क्या है बिश्नोई का कनेक्शन आया सामने?

इस केस में दूसरा एंगल बिश्नोई गैंग से कनेक्शन का सामने आ रहा है, क्योंकि बाबा सिद्दीकी को एक्टर सलमान खान का काफी करीबी माना जाता है साथ ही क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक शुरुवाती पूछताछ में आरोपियों का बिश्नोई गैंग से संबंध होने की आशंका है, सूत्र बताते है की आरोपी पिछले 25-30 दिनों से वारदात के इलाके की रेकी कर रहे थे, साथ हीबाबा सिद्दीकी हत्याकांड में तीसरा एंगल राजनीतिक रंजिश का भी सामने आ रहा हैl

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बाबा सिद्दीकी पर प्लान के तहत हमला?

दरअसल शनिवार शाम को बाबा सिद्दीकी बांद्रा के निर्मलनगर स्थित अपने ऑफिस में बैठे थे। उस समय जीशान भी उनके साथ थे। पटाखा फोड़ने के बाद बाबा सिद्दीकी घर जाने वाले थे। इसके लिए वह रात करीब 9:39 बजे ऑफिस से निकले। जब पटाखे चल रहे थे तो एक कार वहां आई और उसमें से तीन लोग उतरे। रूमाल से अपना चेहरा ढंके तीनों ने कार से बाहर निकलते ही सिद्दीकी को गोली मार दी। उन्हें छह गोलियां मारी गईं। एक गोली उनके सीने में लगी और सिद्दीकी वहीं गिर पड़े। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हालांकि उससे पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी।

100 मीटर की दूरी पर खड़ी थी कार

बाबा सिद्दीकी और जीशान सिद्दीकी नौ बजे तक बांद्रा स्थित अपने खेरवाली ऑफिस में थे। साढ़े नौ बजे के बीच दोनों एक साथ घर जाते थे। हालांकि अचानक जीशान सिद्दीकी का फोन आया तो जीशान सिद्दीकी सबसे पहले ऑफिस से बाहर निकले। कार्यालय से निकलने के पांच मिनट बाद बाबा सिद्दीकी हमेशा की तरह अपने कार्यकर्ताओं से मिलते हुए उसी कार्यालय से निकले। सिद्दीकी की कार कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर खड़ी थी।

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धमाके के बीच की गोलीबारी

ऐसे में बाबा सिद्दीकी वहां कार्यकर्ताओं से मिल रहे थे। तभी अचानक एक बम फट गया। कार्यकर्ताओं को लगा कि दुर्गा माता उत्सव चल रहा है। इसलिए पटाखे फोड़े जा रहे हैं। हालांकि आसपास कोई देवी का पंडाल नहीं था। ऐसे में भारी हंगामा हुआ और कार्यकर्ता उस ओर दौड़े जहां से आवाज आई थी। वहीं बम के विस्फोट से भारी धुंआ हुआ और जोरदार गोलियों की आवाजें आने लगीं।

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