West Bengal Flood: पश्चिम बंगाल के घाटल SDO सुमन बिस्वास ने घाटल क्षेत्र, घाटल ब्लॉक और नगरपालिका क्षेत्र में जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अभी भी कई वार्ड जलमग्न हैं और जलस्तर नियंत्रण से बाहर है। हालांकि, अधिकारी यह उम्मीद जता रहे हैं कि कल से जलस्तर में कमी आएगी, लेकिन इस बीच इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
घाटल में जलस्तर बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त
SDO सुमन बिस्वास ने कहा, “घाटल क्षेत्र और उसके आसपास के इलाकों में जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है। कुछ वार्ड अभी भी पूरी तरह जलमग्न हैं। बाढ़ जैसी स्थिति के कारण लोगों की आवाजाही बाधित हो रही है और रोजमर्रा के कामकाज पर असर पड़ा है।”
उन्होंने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण कुछ धान के खेत बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और नष्ट हो गए हैं। “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसानों को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। खेती की फसलें बर्बाद हो रही हैं, जिससे उनकी आय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा,” उन्होंने कहा।
जलस्तर में कमी की उम्मीद, राहत कार्य जारी
घाटल SDO ने यह भी जानकारी दी कि प्रशासन और स्थानीय प्रशासनिक एजेंसियां प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों को तीव्रता से कर रही हैं। “हमने जलस्तर को कम करने के लिए कई प्रयास किए हैं और कल से जलस्तर में गिरावट आने की संभावना है।”उन्होंने स्थानीय जनता से भी अपील की कि वे सावधानी बरतें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। “सभी आवश्यक संसाधन और सहायता उपलब्ध कराई जा रही है ताकि लोग सुरक्षित रह सकें।”
बाढ़ की स्थिति पर नजर रखे प्रशासन
पश्चिम बंगाल के इस हिस्से में मानसून के दौरान अक्सर बाढ़ की समस्या सामने आती है। घाटल क्षेत्र की यह बाढ़ स्थानीय निवासियों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में विशेष नजर रखी हुई है और आगे भी जलस्तर बढ़ने या अन्य किसी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है।
किसानों के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत
बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए आर्थिक सहायता और फसल बीमा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार को चाहिए कि वे इस प्रकार की आपदाओं के दौरान किसानों को त्वरित सहायता प्रदान करें ताकि वे आर्थिक रूप से बर्बाद न हों। पश्चिम बंगाल के घाटल क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिससे लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। हालांकि प्रशासन राहत कार्यों में लगा है और जलस्तर में जल्द कमी की उम्मीद है, लेकिन अभी भी सतर्कता बरतना आवश्यक है। जलमग्न इलाकों में सुरक्षा और सहायता कार्यों को तेज करने की जरूरत है ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। इस क्षेत्र की बाढ़ की खबरों को लगातार अपडेट करते रहना आवश्यक है ताकि जनता और प्रशासन दोनों सतर्क रहें।
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