खाद्य सचल दल ने 05 प्रतिष्ठानों का किया निरीक्षण

Aanchal Singh

प्रतापगढ़ संवाददाता- Ganesh Rai

प्रतापगढ़। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रषासन, उ0प्र0 लखनऊ एवं जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में आगामी रक्षा बन्धन पर्व के अवसर पर मिलावटी खाद्य पदार्थो के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम हेतु विशेषकर खाद्य पदार्थ खोया, दूध एवं दुग्ध उत्पाद से निर्मित मिठाइयॉ, समस्त प्रकार की मिठाइयॉ एवं अन्य खाद्य पदार्थों की शुद्धता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित कराये जाने व आम जनमानस को सुरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने हेतु सहायक आयुक्त (खाद्य) ग्रेड-द्वितीय धीरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन एवं मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार तिवारी के नेतृत्व में खाद्य सचल दल द्वारा जनपद प्रतापगढ़ स्थित विभिन्न खाद्य।

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छेना मिठाई का एक नमूना संग्रहित किया गया

संडवा चन्द्रिका मन्दिर परिसर प्रतापगढ़ स्थित मिठाई की दुकान (प्रो0-सजन लाल पुत्र श्याम लाल) से बर्फी का एक नमूना, नेवादा कला प्रतापगढ़ स्थित कमला डेयरी एण्ड पनीर भण्डार (प्रो0-सूर्य कान्त पाण्डेय पुत्र देवी प्रसाद) से खाद्य पदार्थ खोया एवं पनीर का एक-एक नमूना कुल दो नमूनें, संडवा चन्द्रिका बाजार प्रतापगढ़ स्थित मिठाई की दुकान (शिव दुलारी पत्नी केदार नाथ ) से बूंदी के लड्डू का एक नमूना, संडवा चन्द्रिका बाजार प्रतापगढ़ स्थित मिठाई की दुकान(प्रो0- छोटे लाल पुत्र राम लाल) से पेड़ा का एक नमूना, लोहिया नगर प्रतापगढ़ स्थित मिठाई की दुकान (प्रमोद कुमार मोदनवाल पुत्र विश्वनाथ मोदनवाल) से छेना मिठाई का एक नमूना संग्रहित किया गया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण उपस्थित रहे

इस प्रकार कुल 06 नमूने संग्रहित कर विश्लेषण हेतु खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला को प्रेषित किये जा रहे है। विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की जायेगी। प्रवर्तन कार्यवाही आगे भी इसी प्रकार जारी रहेगी। खाद्य सचलदल में संजय कुमार तिवारी, जनार्दन सिंह, विवेक कुमार तिवारी एवं ऋचा पाण्डेय खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मिलावटी खोये की पहचान के लिये

मिलावटी मिठाईयों को पता कैसे करें के सम्बन्ध में बताया गया है कि मिलावटी खोये की पहचान के लिये खोये की थोडी से मात्रा लेकर उस पर आयोडीन टिंचर की दो से तीन बूंद डाले अगर यह काला पड़ जाये तो समझे यह मिलावटी है। शुद्ध खोया में हल्की मिठास होती है। तथा रगड़ने पर घी छोडता है जबकि मिलावटी खोये में ऐसा नही होता है। खोये से निर्मित मिठाई को गर्म पानी में घोल कर उसमें टिंचर आयोडीन की दो से तीन बूंद डालने पर अगर मिठाई का रंग परिवर्तित होकर गहरा नीला रंग आता है, तो मिठाई मिलावटी है।

यदि रंग में कोई परिवर्तन नही आता है तो मिठाई शुद्ध है। मिठाई पर लगने वाले चांदी वर्क को हाथ से रगडने पर यदि उसकी गोली बन जाती है तो वह एलुमिनियम से निर्मित नकली वर्क है, यदि वर्क पूरी तरह पिस जाता है तो वह असली चांदी वर्क है। बहुत अधिक चटक रंगो वाली मिठाईयों को खरीदने से बचना चहिये क्योकि वह अखाद्य रंगों से निर्मित हो सकती है।

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