Free Bus: रक्षाबंधन का त्योहार नज़दीक है और इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बार फिर बहनों को बड़ी सौगात दी है। 8, 9 और 10 अगस्त को प्रदेश की महिलाएं बिना टिकट रोडवेज की बसों में सफर कर सकेंगी। यह सुविधा पूरे प्रदेश में लागू होगी और लगभग 13 हजार बसों में महिलाएं मुफ्त में अपने भाइयों के घर पहुंच सकेंगी।
सरकार का यह उपहार केवल परंपरा नहीं बल्कि एक सशक्त संदेश भी है कि “आधी आबादी” को बराबरी और सम्मान दिया जा रहा है। रक्षाबंधन जैसे भावनात्मक त्योहार पर यह सुविधा महिलाओं के लिए न सिर्फ आर्थिक राहत है, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में भी एक अहम कदम है।
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2017 से शुरू हुई योजना

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) द्वारा इस योजना की शुरुआत अगस्त 2017 में की गई थी। पहले ही साल इस योजना के तहत 11 लाख से अधिक महिलाओं ने Raksha Bandhan पर मुफ्त यात्रा की थी। इसके बाद हर साल महिला यात्रियों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली। मगर कोरोना काल (2020-21) में यह संख्या घटी और करीब साढ़े सात लाख तक सिमट गई, लेकिन इसके बावजूद सेवा जारी रही। पिछले तीन सालों में रिकॉर्ड स्तर पर महिलाएं इस योजना का लाभ उठा रही हैं।
2022: 22 लाख महिला यात्राएं
2023: 29 लाख महिला यात्राएं
2024: 19.78 लाख महिला यात्राएं
अब तक कुल 1.23 करोड़ से अधिक महिलाएं इस योजना के तहत अपने भाइयों से मिलने के लिए बसों से यात्रा कर चुकी हैं।
लखनऊ क्षेत्र सबसे आगे
राजधानी लखनऊ क्षेत्र ने भी महिला यात्रियों को सुविधा देने में अहम भूमिका निभाई है। बीते साल चारबाग, आलमबाग, कैसरबाग, कमता, बाराबंकी और रायबरेली डिपो से करीब 68,950 महिलाओं ने यात्रा की। इसके अलावा 27,000 से अधिक महिलाओं ने सिटी बसों के जरिए एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में सफर किया। अगर इन यात्राओं के टिकट काटे जाते तो परिवहन निगम को करीब 101 करोड़ रुपये से अधिक की आय होती, जिसकी भरपाई सरकार ने बजट और अनुपूरक बजट के जरिए की है।
महिलाओं के लिए कई योजनाएं
योगी सरकार केवल रक्षाबंधन पर मुफ्त बस यात्रा तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए परिवहन निगम ने कई पहल की हैं।
अब तक दो दर्जन से अधिक महिला ड्राइवरों की भर्ती हो चुकी है।
5000 महिला कंडक्टरों की भर्ती प्रक्रिया जारी है।
महिला कर्मचारियों को चाइल्ड केयर लीव की सुविधा दी जा रही है।
बस स्टेशनों पर मातृ-शिशु देखभाल कक्ष बनाए गए हैं।
निर्भया योजना के तहत बसों में पैनिक बटन और 50 पिंक बसों का संचालन किया जा रहा है।
हर शनिवार डबल डेकर बस से महिलाएं मुफ्त पर्यटन का आनंद भी ले रही हैं

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