Gangavati Murder: कर्नाटक के कॉपल जिले के गंगावती से बड़ी और गंभीर खबर सामने आई है। यहां भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष वेंकटेश कुरुबारा की रविवार की सुबह लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में पुरानी दुश्मनी और जुआ विवाद हत्या के मुख्य कारण माने जा रहे हैं। यह बीते चार दिनों में तीसरी घटना है, जब भाजपा से जुड़े नेताओं को निशाना बनाया गया है, इससे पहले पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं।
अस्पताल के बाहर हुई सनसनीखेज वारदात
जानकारी के मुताबिक वेंकटेश कुरुबारा जिले के लीलावती एलुबू किलू अस्पताल के बाहर किसी काम से खड़े थे। अचानक एक समूह वहां पहुंचा और उन पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने वेंकटेश को लाठी-घुसे, लात-घूसों से बेरहमी से पीटा। घायल हालत में वेंकटेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की जांच और संभावित कारण
पुलिस ने परिजनों के बयान लिए हैं और घटना के कारणों की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को वेंकटेश की किसी से पुरानी रंजिश के संकेत मिले हैं। इसके साथ ही पुलिस जुआ विवाद और गैंगवार की भी आशंका जता रही है। मरने वाले का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं ताकि हमलावरों का पता लगाया जा सके।
पुलिस अधिकारी इस सरेराह हुई हत्या से सकते में हैं और मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। उन्होंने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और जांच के लिए जरूरी साक्ष्य जुटाए हैं। मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और संदिग्धों की तलाश के लिए दबिश जारी है।
बीजेपी नेताओं ने जताया शोक
इस दुखद घटना पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा “कॉपल जिले के गंगावती तहसील में युवा मोर्चा अध्यक्ष वेंकटेश की दुखद और असामयिक मृत्यु की खबर सुनकर मन बहुत व्यथित है। मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करता हूं।”
बढ़ती सियासी हिंसा के बीच सुरक्षा की मांग
वहीं, भाजपा नेताओं ने इस घटना को प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं पर बढ़ते हमलों का हिस्सा बताया है और राज्य सरकार से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। बीते कुछ दिनों में तीन अलग-अलग राज्यों में भाजपा नेताओं पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण हो गया है। कर्नाटक के गंगावती में हुई इस बर्बर हत्या ने राजनीतिक दलों और प्रशासन दोनों के लिए सुरक्षा की चुनौती को फिर से उजागर कर दिया है। पुलिस जांच तेज कर दी गई है और जल्द ही हमलावरों को पकड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बीच भाजपा ने प्रदेश सरकार पर सख्त कदम उठाने का दबाव भी बढ़ा दिया है ताकि राजनीतिक हिंसा को रोका जा सके।
