Bihar Politics: तेजस्वी यादव की यात्रा पर गिरिराज सिंह का तंज , कहा -“अपना वजूद तलाश रहे हैं, राहुल गांधी ने ही छीन लिया”

Chandan Das
Bihar

Bihar Politics:  राजनीतिक गलियारों में हलचल उस समय तेज हो गई जब केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव की यात्रा पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अब सिर्फ अपना राजनीतिक वजूद तलाश रहे हैं क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ यात्रा करने के बाद उनकी स्थिति और भी कमजोर हो गई है।गिरिराज सिंह ने बयान में कहा, “जब वे राहुल गांधी के साथ यात्रा कर रहे थे, तब ही उनका राजनीतिक वजूद खतरे में पड़ गया था। उन्हें खुद भी पता नहीं चला कि उनकी पहचान धीरे-धीरे खत्म हो रही है।”उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “अभी कुछ ही दिन पहले उन्होंने यात्रा की थी, फिर से यात्रा करने की क्या जरूरत पड़ गई? दरअसल, राहुल गांधी के साथ रहते-रहते उनका वजूद ही लुट गया। अब वह उसी को वापस पाने के लिए सड़क पर हैं।”

“महागठबंधन में ‘नेतृत्व संघर्ष’ का संकेत”

गिरिराज सिंह के इस बयान को महागठबंधन के भीतर चल रहे नेतृत्व संघर्ष और असमंजस से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव का हालिया जनसंपर्क अभियान और यात्रा बिहार में अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश है। लेकिन एनडीए नेताओं का मानना है कि कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर आरजेडी ने खुद को कमजोर किया है।

गिरिराज सिंह ने कहा, “राहुल गांधी ने यात्रा के जरिए केवल अपने प्रचार का फायदा उठाया और तेजस्वी यादव को पीछे छोड़ दिया। अब जब चुनाव सामने हैं, तो तेजस्वी को याद आ रहा है कि जमीन पर पकड़ कमजोर हो चुकी है। इसी वजह से अब वह यात्रा पर निकल पड़े हैं।”

हाल ही में तेजस्वी ने की थी यात्रा की शुरुआत

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कुछ ही दिन पहले बिहार के कई जिलों में ‘जनसंवाद यात्रा’ शुरू की थी। इस यात्रा का उद्देश्य राज्य के युवाओं, किसानों और आम नागरिकों से सीधा संवाद करना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी का हिस्सा है। लेकिन बीजेपी नेता इस यात्रा को सिर्फ “राजनीतिक स्टंट” करार दे रहे हैं। गिरिराज सिंह का बयान इसी प्रतिक्रिया की एक कड़ी माना जा रहा है।

तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर राजनीति गरमा गई है। गिरिराज सिंह ने जिस तरह राहुल गांधी और तेजस्वी के संबंधों को लेकर तंज कसा है, उससे यह साफ है कि बीजेपी आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है। अब देखना यह होगा कि तेजस्वी यादव और आरजेडी इस आरोपों का क्या जवाब देते हैं और उनकी यात्रा से उन्हें कितना राजनीतिक लाभ मिलता है।

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