Goa Night Club Buldozer Action: गोवा के सौरभ और गौरव लूथरा के स्वामित्व वाले रोमियो नाइट क्लब को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। इस क्लब में 7 दिसंबर को आग लगने से 25 लोगों की जान चली गई थी। गोवा पर्यटन के डिप्टी डायरेक्टर धीरज वागले ने बताया कि समुद्र तट की ओर से हुए अतिक्रमण को हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुल 198 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का ध्वंस किया गया।
Goa Night Club Buldozer Action: बुलडोजर कार्रवाई में प्रशासन की बड़ी मौजूदगी
क्लब ध्वस्त करने की कार्रवाई में बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। इस कार्रवाई का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि आगे किसी भी तरह का अतिक्रमण या सुरक्षा उल्लंघन न हो। घटना के बाद प्रशासन ने कहा कि मृतकों के परिवारों और घायल लोगों को न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता है।इस मामले में अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हालांकि, क्लब के दो मुख्य मालिक सौरभ और गौरव लूथरा देश छोड़कर फरार हो गए हैं। आग लगने के समय ये दोनों गोवा में मौजूद नहीं थे। घटना के तुरंत बाद उनके पता लगाने के प्रयास शुरू कर दिए गए।
Goa Night Club Buldozer Action: लुकआउट सर्कुलर जारी
पुलिस ने नाइट क्लब के अन्य दो मालिक अजय गुप्ता और सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। यह कदम उनके देश छोड़कर भागने की संभावना को देखते हुए उठाया गया। इसके तहत किसी भी व्यक्ति को विदेश जाने से पहले पुलिस को जानकारी देना अनिवार्य है।गोवा के चीफ मिनिस्ट्रियल ऑफिस (CMO) ने जानकारी दी कि इंटरपोल ने सौरभ और गौरव लूथरा के खिलाफ ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया है। यह नोटिस अपराध से जुड़े किसी व्यक्ति की पहचान, स्थान और गतिविधियों के बारे में अतिरिक्त जानकारी जुटाने के लिए दिया जाता है। घटना के कुछ घंटे बाद दोनों आरोपी थाईलैंड के फुकेत भाग गए थे।
प्रशासन की कार्रवाई और भविष्य की योजनाएं
गोवा प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में किसी भी नाइट क्लब या अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान में सुरक्षा मानकों की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी। मृतकों के परिवारों की मदद और घटना की निष्पक्ष जांच प्राथमिकता है।गोवा नाइट क्लब आग ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया था। इस घटना ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी और जिम्मेदारी के मुद्दे को उजागर किया। बुलडोजर द्वारा क्लब को ध्वस्त करना प्रशासन की तत्काल कार्रवाई का हिस्सा था। साथ ही, फरार मालिकों के खिलाफ इंटरपोल नोटिस और लुकआउट सर्कुलर जारी करना यह दर्शाता है कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर न्याय सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएंगे और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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