Gold Price Hike: सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है और विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में इसमें और वृद्धि हो सकती है। अनुमान है कि 2025 तक 10 ग्राम सोने की कीमत 90,000 रुपये तक पहुंच सकती है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, फिलहाल 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 86,300 रुपये तक पहुंच चुकी है, जो एक बड़ी वृद्धि का संकेत है।
सोने की कीमतों में तेजी का कारण

पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों ने ऊंची छलांग लगाई है। 19 फरवरी को सोने ने 86,733 रुपये का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छुआ था, जिससे सोने के निवेशकों में खुशी की लहर है। इस समय सोने के साथ-साथ चांदी भी रिकॉर्ड स्तर पर बनी हुई है। एक किलो चांदी 95,993 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रही है, जबकि इससे पहले 23 अक्टूबर 2024 को चांदी ने 99,151 रुपये प्रति किलो का ऑलटाइम हाई बनाया था।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण
वर्ष 2025 में सोने की कीमतों में जो वृद्धि हो सकती है, उसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं। सबसे पहले, अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता और अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी से जियो-पॉलिटिकल तनाव बढ़ने की संभावना है, जिससे सोने की मांग में वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और बढ़ती महंगाई ने भी सोने की कीमतों को सपोर्ट किया है। बढ़ती महंगाई के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित संपत्ति मानकर खरीदारी कर रहे हैं।
वर्ष 2025 में सोने की कीमतों की भविष्यवाणी

इस साल अब तक सोने की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। 1 जनवरी 2025 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 76,162 रुपये थी, जो अब 86,300 रुपये तक पहुंच चुकी है। इस प्रकार, सोने की कीमत 10,138 रुपये तक महंगी हो चुकी है। इसी तरह, चांदी भी 9,976 रुपये महंगी हुई है। गोल्ड मार्केट एक्सपर्ट अजय केडिया (केडिया एडवाइजरी) के मुताबिक, सोने में हालिया गिरावट एक बड़ी रैली से पहले का सुधार था और अगले कुछ महीनों में सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के प्रमुख कारण
- अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता – जियो-पॉलिटिकल तनाव और अमेरिका में आगामी चुनाव की वजह से सोने की मांग बढ़ी है।
- डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी – जब रुपया कमजोर होता है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है।
- महंगाई – बढ़ती महंगाई के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में देख रहे हैं।
- शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव – स्टॉक मार्केट में अस्थिरता के कारण सोने की डिमांड बढ़ी है।
गोल्ड खरीदते समय क्या सावधानियां बरतें?

अगर आप सोने की खरीदारी करने जा रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतें। हमेशा BIS हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें। प्रत्येक सोने के आभूषण पर 6 अंकों का हॉलमार्क कोड (HUID) होता है, जिससे आप इसकी शुद्धता की पुष्टि कर सकते हैं। यह अल्फान्यूमेरिक कोड (जैसे AZ4524) होता है, जो यह बताता है कि सोना कितने कैरेट का है।
सोने और चांदी की कीमतों में हो रही इस तेजी के बीच, निवेशक इसे एक सुरक्षित विकल्प मानकर खरीदारी में जुटे हुए हैं। अब, यह देखना होगा कि आने वाले महीनों में इनकी कीमतें और कितनी बढ़ती हैं और क्या भविष्यवाणियां सही साबित होती हैं।

