Gold Price Today: वैश्विक बाजार में जारी अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनावों के बीच सोने की कीमतों में हाल के दिनों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था। लेकिन आज, शनिवार 13 सितंबर 2025, को इसमें थोड़ी राहत देखने को मिली है। आज सोने और चांदी की कीमतों में कुछ गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ग्राहकों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
Read more: NHPC Share Price:शेयर बाजार की तेजी के बीच NHPC शेयर बना हॉट डील, जानिए एक्सपर्ट की राय
सोने की गुणवत्ता और उपयोग
24 कैरेट सोना, जिसे सबसे शुद्ध माना जाता है, आमतौर पर निवेश के उद्देश्य से खरीदा जाता है। वहीं, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोना मुख्य रूप से गहने बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। कीमतों में थोड़ी गिरावट के बावजूद सोना निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प बना हुआ है।
सोने चांदी का ताजा भाव
दिल्ली और जयपुर
24 कैरेट सोना: ₹1,11,320 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: ₹1,02,000 प्रति 10 ग्राम
मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु
24 कैरेट सोना: ₹1,11,170 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: ₹1,01,900 प्रति 10 ग्राम
अहमदाबाद और पटना
24 कैरेट सोना: ₹1,11,220 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: ₹1,01,900 प्रति 10 ग्राम
चांदी की कीमतों में भी आज कुछ गिरावट देखी गई है, हालांकि विभिन्न शहरों में इसका रेट थोड़ा अलग-अलग रहता है।
कैसे तय होते हैं सोने-चांदी के दाम?
सोने और चांदी की कीमतें कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारकों पर निर्भर करती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल
सोने और चांदी की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर में तय होती हैं। अगर डॉलर मजबूत होता है या रुपया कमजोर पड़ता है, तो भारत में इनकी कीमतें बढ़ जाती हैं। वहीं, डॉलर में गिरावट आने पर कीमतें कम हो सकती हैं।
डॉलर-रुपया विनिमय दर
विदेशी मुद्रा विनिमय दर में उतार-चढ़ाव का सीधा असर सोने के दाम पर पड़ता है। अगर रुपया कमजोर होता है तो आयात महंगा हो जाता है, जिससे सोना भी महंगा हो जाता है।
आयात शुल्क और टैक्स
भारत में अधिकांश सोना आयात किया जाता है। इसलिए इंपोर्ट ड्यूटी, जीएसटी और अन्य स्थानीय कर भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
वैश्विक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता
जब विश्व में युद्ध, आर्थिक संकट या ब्याज दरों में बड़ा बदलाव आता है, तब निवेशक अस्थिर परिसंपत्तियों से हटकर सोने जैसी सुरक्षित संपत्ति की ओर रुख करते हैं, जिससे इसकी मांग और दाम दोनों बढ़ते हैं।
मांग और परंपरा
भारत में सोना केवल निवेश नहीं बल्कि संस्कृति और परंपरा से भी जुड़ा हुआ है। शादियों, त्योहारों और शुभ अवसरों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। इससे मांग में इजाफा होता है और कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
महंगाई और रिटर्न
सोना लंबे समय से महंगाई के मुकाबले बेहतर रिटर्न देने वाला विकल्प रहा है। जब शेयर बाजार में जोखिम बढ़ता है, लोग सुरक्षित निवेश के रूप में सोने को चुनते हैं।
Read more: Suzlon Share Price: सुजलॉन स्टॉक में मामूली तेजी, जानिए एक्सपर्ट्स की राय