Gold Rate Today: दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को सोने की कीमत 1,350 रुपये घटकर 93,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जिससे पिछले पांच दिनों की रिकॉर्ड तेजी थम गई। एक दिन पहले 99.9 प्रतिशत प्योरिटी वाले सोने की कीमत 94,350 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। इस गिरावट का कारण वैश्विक बाजारों में कमजोरी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नए व्यापार टैरिफ लागू किए जाने को माना जा रहा है, जिससे सुरक्षित निवेश की मांग कम हुई है।
चांदी की कीमतों में 5,000 रुपये की गिरावट
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट आई है। इस धातु की कीमत 5,000 रुपये घटकर 95,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है, जो चार महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। पिछले बाजार बंद में चांदी की कीमत 1,00,500 रुपये प्रति किलोग्राम थी। यह लगातार तीसरा दिन था जब चांदी की कीमतों में गिरावट आई है, और इन तीन दिनों में चांदी की कीमतों में 6,500 रुपये की कमी आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक इक्विटी में व्यापक बिकवाली के कारण दोनों धातुओं की कीमतें घट रही हैं।
वैश्विक बाजार में कमजोरी का असर
एबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा कि निवेशक अब अमेरिकी ट्रेजरी बॉंड की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिसके कारण यील्ड 4 प्रतिशत से नीचे आ गई है। इस दौरान अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में और कटौती की उम्मीद बढ़ने से निवेशक सतर्क हो गए हैं। सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट वैश्विक आर्थिक माहौल और व्यापारिक तनावों के कारण आई है, जिसके चलते निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
देश के वायदा बाजार में भी गिरावट
देश के वायदा बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के अनुसार, शाम 7 बजकर 5 मिनट पर गोल्ड की कीमत में 671 रुपये की गिरावट आई, और यह 89,386 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। कारोबारी सत्र के दौरान सोने की कीमत 907 रुपये घटकर 89,150 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। वहीं, चांदी की कीमतों में और बड़ी गिरावट आई और यह 3,419 रुपये घटकर 90,980 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। कारोबार के दौरान चांदी के दाम 3,542 रुपये की गिरावट के साथ 90,857 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंचे थे।
निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी घोषणा पर
चिंतन मेहता ने कहा कि निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसलों पर टिकी हुई है। उनका कहना है कि बाजार में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में और कटौती की उम्मीद है, जिससे वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ गई है। अमेरिका द्वारा व्यापार युद्ध तेज करने के बाद से निवेशक सतर्क हो गए हैं, और वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता के चलते सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। निवेशक अब फेड चेयर जेरोम पॉवेल की आगामी प्रेस कॉन्फ्रेंस से भी नई जानकारी का इंतजार कर रहे हैं, जो भविष्य में बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकती है।
वैश्विक बाजारों में मंदी की आशंका
वैश्विक आर्थिक माहौल और व्यापार युद्धों के कारण सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। आने वाले दिनों में इन धातुओं की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है, क्योंकि वैश्विक मंदी की आशंका और अमेरिकी ट्रेजरी बॉंड्स के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है। हालांकि, इन दोनों धातुओं के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
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