Gorakhpur News: ग्रेटर नोएडा में आयोजित उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर की रहने वाली कौशल्या देवी से संवाद किया। यह बातचीत महज औपचारिक नहीं थी, बल्कि एक महिला की मेहनत, आत्मनिर्भरता और सफलता की मिसाल बन गई।प्रधानमंत्री मोदी ने जब कौशल्या देवी से उनका नाम, स्थान और कार्य के बारे में पूछा, तो उन्होंने पूरे आत्मविश्वास से बताया कि वह “श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (MPO)” की सदस्य हैं। यह MPO, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से शुरू किया गया है।
लखपति दीदी बनीं कौशल्या
कौशल्या देवी ने प्रधानमंत्री को बताया कि उन्होंने सिर्फ डेढ़ साल में करीब 14 लाख रुपये की आमदनी की है। MPO से जुड़ने के बाद उन्होंने न केवल दूध उत्पादन बढ़ाया, बल्कि अपने पशुओं की संख्या में भी वृद्धि की, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार हुआ।उनका यह सफर उन हजारों महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो गांवों में रहकर भी आत्मनिर्भर बनने का सपना देखती हैं।
31 हजार महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भर
श्री बाबा गोरखनाथ कृपा MPO एक ऐसा संगठन है जिससे 31,000 से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं। ये महिलाएं हर महीने अच्छी आमदनी कर रही हैं और अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही हैं। यह मिशन ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें सशक्त बनाने का भी माध्यम बन रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम योगी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश की महिलाएं स्वावलंबन की मिसाल बन रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट्स महिलाओं को सिर्फ आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाते हैं।
आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ता कदम
कौशल्या देवी की सफलता की कहानी, प्रधानमंत्री मोदी की “आत्मनिर्भर भारत” की सोच को जमीन पर उतरते हुए दर्शाती है। एक साधारण ग्रामीण महिला, जिसने संगठन से जुड़कर लाखों की आमदनी की और आज खुद को ‘लखपति दीदी’ के रूप में पहचान दिलाई – यह नए भारत की तस्वीर है।
