Happy New Year 2025: दुनिया भर में नए साल का धमाकेदार जश्न, जानिए कहां और कैसे मनाया जाता है

Happy New Year 2025 Wishes: नया साल 2024 की शुरुआत होते ही दुनियाभर में उत्साह और खुशी का माहौल है। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में आतिशबाजी के साथ नववर्ष का स्वागत किया गया

Mona Jha
New Year 2025 Celebration
New Year 2025 Celebration

New Year 2024 Celebration:न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में आतिशबाजी के साथ नए साल 2025 का स्वागत किया गया, और इस मौके पर भारत सहित अन्य देशों में भी लोग उत्साहित हैं। नया साल बीते साल की अच्छी यादों को संजोने और बुरी यादों को छोड़ने का अवसर होता है। आइए जानते हैं कि दुनिया के विभिन्न देशों में नए साल को किस तरह मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कहाँ से हुई थी।

न्यू ईयर की शुरुआत कहां से हुई?

नए साल का जश्न लगभग 4000 साल पहले बेबीलोन में मनाया गया था, लेकिन उस समय 1 जनवरी नहीं, बल्कि 21 मार्च को नया साल मनाया जाता था। यह तारीख बसंत आगमन के रूप में जानी जाती थी। 1 जनवरी को नया साल मनाने की शुरुआत 15 अक्टूबर 1582 में हुई थी, जब रोमन सम्राट जूलियस सीजर ने इसे लागू किया था।

विभिन्न देशों में नए साल का समय

अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के अनुसार अलग-अलग देशों में अलग-अलग समय पर नया साल मनाया जाता है। हर देश में समय क्षेत्र (Time Zone) अलग होने के कारण, पहला नया साल उसी देश में मनाया जाता है जहां सबसे पहले रात के 12 बजते हैं।

  • न्यूजीलैंड: 31 दिसंबर, सुबह 11:00 बजे (4:30 बजे IST)
  • ऑस्ट्रेलिया: 31 दिसंबर, दोपहर 1:00 बजे (6:30 बजे IST)
  • जापान, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया: 31 दिसंबर, दोपहर 3:00 बजे (8:30 बजे IST)
  • चीन, मलेशिया, सिंगापुर, हांगकांग, फिलीपींस: 31 दिसंबर, शाम 4:00 बजे (9:30 बजे IST)
  • भारत और श्रीलंका: 31 दिसंबर, शाम 5:30 बजे (12:00 रात IST)
  • यूएई, ओमान, अजरबैजान: 31 दिसंबर, रात 8:00 बजे (1:30 बजे IST)
  • ब्राजील, अर्जेंटीना, चिली: 1 जनवरी, सुबह 3:00 बजे (8:30 बजे IST)
  • यूएस ईस्ट कोस्ट: 1 जनवरी, सुबह 5:00 बजे (10:30 बजे IST)
  • यूएस वेस्ट कोस्ट: 1 जनवरी, सुबह 8:00 बजे (1:30 बजे IST)

विभिन्न देशों में नए साल की परंपराएं

हर देश में नए साल का स्वागत अपनी विशिष्ट परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ किया जाता है:

भारत

भारत में लोग नववर्ष पर अपने प्रियजनों को बधाई देते हैं और गिफ्ट्स व मिठाइयां बांटते हैं। लेकिन भारत में एक जनवरी ही एकमात्र नया साल नहीं है; हमारे देश में साल में पांच बार नया साल मनाया जाता है।

डेनमार्क

डेनमार्क में नए साल के मौके पर लोग प्लेटें तोड़ते हैं। इस परंपरा के अनुसार, नए साल में खुशहाली लाने के लिए लोग अपने रिश्तेदारों या दोस्तों के घर जाकर उनके दरवाजे पर प्लेटें तोड़ते हैं।

ब्राजील

ब्राजील में नए साल के मौके पर लोग विशेष रूप से दाल खाते हैं, क्योंकि इसे धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। दाल खाने से नए साल में आर्थिक समृद्धि की उम्मीद जताई जाती है।

स्पेन

स्पेन में 31 दिसंबर की रात 12 बजे, लोग अंगूर खाते हैं। यह मान्यता है कि 12 अंगूर खाने से आने वाले 12 महीने खुशहाल होते हैं।

जापान और दक्षिण कोरिया

इन देशों में नए साल के स्वागत में घंटियां बजाई जाती हैं। जापान में 108 बार घंटी बजाना शुभ माना जाता है, जो बुरी आत्माओं को दूर करने का प्रतीक होता है।

अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका

अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका में लोग नए साल की पूर्व संध्या पर अपने घर का पुराना सामान बाहर फेंकते हैं। यह माना जाता है कि इससे नया सौभाग्य आता है।

दक्षिण अमेरिका

कुछ दक्षिण अमेरिकी देशों में लोग नए साल की पूर्व संध्या पर सूटकेस लेकर घूमते हैं, यह मान्यता है कि इस परंपरा से पूरे साल रोमांस से भरा रहता है।

चिली

चिली में लोग नए साल के मौके पर कब्रिस्तान में सोकर जश्न मनाते हैं, जहां उनके मृत रिश्तेदारों को दफनाया गया होता है।

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