Hariyali amavasya 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है लेकिन सावन महीने में पड़ने वाली अमावस्या महत्वपूर्ण बताई गई है जिसे Hariyali amavasya के नाम से जाना जाता है।
पंचांग के अनुसार हर साल सावन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के अगले दिन हरियाली अमावस्या मनाई जाती है। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित है, इस दिन भक्त भगवान की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं। इसके अलावा पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है। माना जाता है कि इस दिन पितरों का श्रद्धा तर्पण करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और परेशानियां दूर हो जाती हैं, इस बार हरियाली अमावस्या का त्योहार आज यानी 24 जुलाई को मनाया जा रहा है तो हम आपको शुभ मुहूर्त बता रहे हैं।
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हरियाली अमावस्या की तारीख और मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 24 जुलाई को देर रात 2 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगी। इसके बाद सावन अमावस्या की शुरुआत हो जाएगी। इस बार सावन अमावस्या तिथि 24 जुलाई को देर रात 2 बजकर 28 मिनट पर शुरू होगी और अमावस्या तिथि का समापन 25 जुलाई को देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर हो जाएगा। इस साल 24 जुलाई को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। इस शुभ अवसर पर साधक श्रद्धा भाव से गंगा नदी में स्नान ध्यान कर पितरों का तर्पण कर सकते हैं।
हरियाली अमावस्या पर बने रहे शुभ योग
हरियाली अमावस्या के दिन हर्षण योग सुबह 9 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा गुरु पुष्य योग शाम को 4 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग और शिववास योग दिनभर है। अमृत सिद्धि योग शाम 4 बजकर 43 मिनट से है। इसके अलावा पुनर्वसु नक्षत्र शाम 4 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। इसके बाद पुष्य नक्षत्र का संयोग बनेगा।

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