Hariyali Amavasya 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया है, जो कि हर माह में एक बार पड़ती है पंचांग के अनुसार 11 जुलाई से सावन का आरंभ होने जा रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है जो कि बेहद ही खास दिन होता है।
अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ देवत माने जाते हैं ऐसे में इस दिन पितरों की आत्मा की शांति और सुखी जीवन के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान का विधान होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और कष्ट दूर हो जाते हैं तो हम आपको हरियाली अमावस्या की तारीख और इससे जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
हरियाली अमावस्या की तारीख

हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास की अमावस्या तिथि 23 जुलाई दिन बुधवार की रात 2 बजकर 29 मिनट से आरंभ हो रही है, जो कि 24 जुलाई दिन गुरुवार की रात 12 बजकर 40 मिनट तक रहेगी। वही उदया तिथि के अनुसार अमावस्या तिथि का सूर्योदय 24 जुलाई को होगा। इसलिए इसी दिन हरियाली अमावस्या का पावन पर्व भी मनाया जाएगा।
हरियाली अमावस्या पूजा मुहूर्त
आपको बता दें कि हरियाली अमावस्या के दिन शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 54 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा दोपहर 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। वहीं दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से 2 बजकर 12 मिनट तक अगला मुहूर्त रहेगा। इसके अलावा आखिरी मुहूर्त 2 बजकर 12 मिनट से 3 बजकर 51 मिनट तक रहेगा।
हरियाली अमावस्या का शुभ योग
आपको बता दें कि इस बार हरियाली अमावस्या बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन बेहद ही शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। 24 जुलाई दिन गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने से जहां गुरु पुष्य का शुभ योग बनेगा वहीं इस दिन सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के दो राजयोग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा हर्षण नाम का एक अन्य शुभ योग बन रहा है। इन शुभ योगों के कारण ही इस पर्व का महत्व और बढ़ गया है।

Read more: Guru Purnima 2025: जुलाई में कब है गुरु पूर्णिमा? जानें सही तारीख और मुहूर्त
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।