Haryana Protest: IPS पूरन कुमार सुसाइड मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिसकेस चलते चंडीगढ़ में आयोजित महापंचायत ने हरियाणा सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 48 घंटे के अंदर डीजीपी शत्रुजीत कपूर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो चंडीगढ़ प्रशासक के कार्यालय का घेराव किया जाएगा। महापंचायत ने दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिवार के लिए न्याय की मांग की और चेतावनी दी कि अगर डीजीपी को पद से हटाया नहीं गया तो पूरे देश में आंदोलन होगा।
DGP शत्रुजीत कपूर को हटाने की मांग
महापंचायत ने फैसला लिया कि हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को 48 घंटे के भीतर उनके पद से हटाया जाए। नहीं तो हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन के लगभग पांच लाख वाल्मीकि समाज के कर्मचारी अपने सरकारी काम छोड़ देंगे, जिससे सफाई व्यवस्था प्रभावित होगी। इसके अलावा चंडीगढ़ के प्रशासक का भी घेराव किया जा सकता है।
Read more: Kartik Maas 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर क्या है स्नान का शुभ मुहूर्त और नियम? यहां देखें
हरियाणा में सड़कों पर प्रदर्शन
वाई पूरन कुमार सुसाइड मामले में हरियाणा में दलित समाज के लोग अब सड़कों पर उतरने लगे हैं। रविवार, 12 अक्टूबर को राज्य के विभिन्न हिस्सों में दलित समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे थे। यमुनानगर की नई अनाज मंडी में एकत्र हुए लोग पैदल मार्च करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और डीजीपी शत्रुजीत कपूर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की।
सरकार पर आरोप
प्रदर्शनकारी दलित समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि एसपी नरेंद्र बिजलानिया और डीजीपी शत्रुजीत कपूर को सरकार बचाने में लगी हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की और कहा कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक धरना और प्रदर्शन जारी रहेगा।
डीजीपी के घर का घेराव
दलित युवा नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार गिरफ्तारी नहीं करती है, तो वे पैदल मार्च करते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर के घर का घेराव करेंगे। महापंचायत की मौजूदगी में सचिवालय और आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और राज्यपाल से मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की।

