HDFC Bank Q3:HDFC बैंक, भारत के सबसे बड़े निजी बैंक, ने 22 जनवरी 2025 को अपनी तिमाही वित्तीय रिपोर्ट (Q3FY25) जारी की है। विश्लेषकों के अनुसार, बैंक के परिणामों में कुछ मंदी और चुनौतियाँ दिख सकती हैं, हालांकि शुद्ध मुनाफे में मामूली बढ़त की उम्मीद है। यहां हम आपको HDFC बैंक के Q3 परिणामों से जुड़ी 5 महत्वपूर्ण बातें बताएंगे।
धीमी ऋण वृद्धि का प्रभाव

HDFC बैंक ने Q3FY25 में अपनी ऋण वृद्धि को केवल 3% YoY (साल दर साल) बताया है। यह संख्या अपेक्षाकृत कम है और इसका असर बैंक की ब्याज आय पर पड़ सकता है। कमजोर मैक्रोइकॉनॉमिक परिस्थितियों और देशभर में ऋण वृद्धि में गिरावट के कारण, बैंक की कुल आय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस मंदी का असर खासतौर पर ब्याज आय पर महसूस किया जा सकता है, जिससे बैंक की कुल आय सीमित रह सकती है।
जमा में तेज़ वृद्धि

Q3FY25 में HDFC बैंक की कुल जमा राशि ₹25.6 लाख करोड़ रही, जबकि एडवांस ₹26.5 लाख करोड़ तक पहुंच गए। यह दिखाता है कि बैंक ने अपनी जमा राशि में 16% की तेज़ वृद्धि की है। हालांकि, विलय के बाद बैंक अपने लोन-डिपॉजिट अनुपात (LDR) में सुधार करने में संघर्ष कर रहा है, फिर भी उसे अपने LDR को 100 के करीब लाकर क्रेडिट लागत को नियंत्रित करने की कोशिश जारी है।
शुद्ध ब्याज आय (NII) में सीमित वृद्धि

कमजोर ऋण वृद्धि और बढ़ती क्रेडिट लागत के कारण, HDFC बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) में मामूली वृद्धि की उम्मीद है। इसका मतलब यह है कि बैंक की आय में सीमित बढ़ोतरी हो सकती है, और उच्च क्रेडिट लागत और LDR के संतुलन के प्रयासों से बैंक के मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है। इस प्रकार, बैंक का कुल मुनाफा भी प्रभावित हो सकता है, क्योंकि शुद्ध ब्याज आय बैंक के लिए सबसे महत्वपूर्ण आय स्रोत है।
परिसंपत्ति गुणवत्ता पर असर

HDFC बैंक को विलय के बाद कुछ परिसंपत्ति गुणवत्ता से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। रिटेल और स्मॉल फाइनेंस श्रेणियों में कई बैंकों ने खराब प्रदर्शन किया है, जिससे HDFC बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता पर भी असर पड़ सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए बैंक को अधिक प्रावधान करने की आवश्यकता हो सकती है, जो उसके शुद्ध मुनाफे को प्रभावित कर सकता है।
Read more :Stock Market Crash: शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों को हुआ इतने लाख करोड़ रुपये का नुकसान
शुद्ध मुनाफे में सुस्ती

कमजोर ऋण वृद्धि, उच्च क्रेडिट लागत, और परिसंपत्ति गुणवत्ता में गिरावट के कारण, HDFC बैंक का शुद्ध मुनाफा Q3FY25 में केवल एकल अंक में बढ़ सकता है। इसके अलावा, खराब ऋणों के लिए अधिक प्रावधान करने के कारण बैंक के शुद्ध मुनाफे पर दबाव बना रह सकता है। हालांकि, फिर भी उम्मीद है कि बैंक का शुद्ध मुनाफा ₹16,800 करोड़ के आसपास स्थिर रहेगा।