आजकल, डायबिटीज एक गंभीर समस्या बन गई है, जो केवल वयस्कों तक सीमित नहीं रही, बल्कि 15 साल से कम उम्र के बच्चों में भी इसका खतरा बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति चिंता का कारण बन गई है क्योंकि बच्चों के लिए डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो लंबे समय तक उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित कर सकती है।
यदि समय रहते इसका उपचार न किया जाए, तो यह जीवनभर के लिए समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। तो, क्या आपके बच्चे को डायबिटीज का खतरा है? आइए जानें इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें और कैसे आप इसके संकेतों को पहचान सकते हैं।

Read More:सॉरसॉप के फायदे: कैंसर से लेकर बैक्टीरिया तक, जानिए इसके चमत्कारी असर
डायबिटीज के मुख्य कारण
बच्चों में डायबिटीज के मुख्य कारणों में असंतुलित आहार, शारीरिक गतिविधियों की कमी, मोटापा और मानसिक तनाव शामिल हैं। आजकल बच्चों का खानपान बहुत हद तक जंक फूड और शुगर युक्त खाद्य पदार्थों पर निर्भर हो गया है। इसके साथ ही, स्मार्टफोन और टीवी के ज्यादा उपयोग के कारण बच्चे शारीरिक गतिविधियों में भी कम रुचि दिखा रहे हैं। यही कारण है कि शरीर में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
Read More:Healthy Recipes अब गाजर से घर पर बनाएं हेल्दी रायता.. जानिए बनाने का आसान तरीका!
डायबिटीज के लक्षण

बच्चों में डायबिटीज के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जिन्हें पहचानकर आप समय रहते उपचार शुरू कर सकते हैं।
अत्यधिक प्यास लगना: अगर आपके बच्चे को बार-बार प्यास लगती है और वह ज्यादा पानी पीने की कोशिश करता है, तो यह डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है।
बार-बार पेशाब आना: डायबिटीज के कारण शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाता है, जिससे पेशाब की संख्या में वृद्धि हो सकती है। अगर आपका बच्चा बार-बार बाथरूम जाता है, तो इसे नजरअंदाज न करें।
थकान और कमजोरी महसूस होना: अगर बच्चा अधिक थका हुआ महसूस करता है, बिना किसी विशेष कारण के, तो यह भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
वजन में अचानक कमी: डायबिटीज के कारण शरीर ऊर्जा के लिए वसा और मांसपेशियों को उपयोग करता है, जिससे अचानक वजन में कमी आ सकती है।
धुंधला नजर आना: जब रक्त में शुगर का स्तर अधिक बढ़ जाता है, तो आंखों की लेंस पर असर पड़ता है, और इससे दृष्टि में धुंधलापन हो सकता है।
Read More:Digestive health: भोजन के बाद मीठा खाना है सही? आयुर्वेद के अनुसार शरीर को मिलते हैं ये अद्भुत लाभ
डायबिटीज से बचाव के उपाय

बच्चों में डायबिटीज को रोकने के लिए कुछ उपायों को अपनाना बेहद जरूरी है।
संतुलित आहार: बच्चों को सही और पोषक तत्वों से भरपूर आहार देना चाहिए, जिसमें ताजे फल, सब्जियां, अनाज और प्रोटीन शामिल हों।
व्यायाम: बच्चों को शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित करें, जैसे कि खेल, दौड़, साइकिल चलाना, आदि। यह शरीर के वजन को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
स्मार्टफोन और स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें: बच्चों को लंबा समय स्मार्टफोन, टेबलेट और टीवी के सामने नहीं बैठने देना चाहिए।
नियमित जांच: अगर आपको किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और बच्चे का शुगर लेवल चेक करवाएं।