Health Tips:क्या आप जानते हैं कि एक मीठा, रसभरा फल आपके दिमाग को गंभीर बीमारियों से बचा सकता है? हाल ही में वैज्ञानिकों की एक रिसर्च में यह सामने आया है कि चेरी सिर्फ स्वाद में बेहतरीन नहीं, बल्कि यह ब्रेन हेल्थ के लिए भी बेहद लाभकारी है। चेरी में मौजूद प्राकृतिक तत्व अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से रक्षा करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
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दिमाग की बीमारियों से कैसे बचाती है चेरी?

एक स्टडी में पाया कि चेरी पाउडर का नियमित सेवन मस्तिष्क की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचा सकता है। चेरी में पाए जाने वाले एंथोसायनिन्स (Anthocyanins) और क्वेरसेटिन (Quercetin) जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स ब्रेन पर होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में कारगर हैं।ये दोनों तत्व मस्तिष्क में Amyloid-β नामक विषैले प्रोटीन के प्रभाव को भी कम करते हैं, जो कि अल्जाइमर का मुख्य कारण माना जाता है।
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पाउडर फॉर्म में ज्यादा असरदार
इस शोध की एक खास बात यह भी रही कि वैज्ञानिकों ने चेरी को जूस की बजाय पाउडर के रूप में अधिक प्रभावी पाया। स्टडी की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. मरीना एजक्यूरा के अनुसार, चेरी पाउडर में जूस की तुलना में कहीं ज्यादा बायोलॉजिकल एक्टिविटी पाई गई। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं की रक्षा करने में ज्यादा प्रभावशाली है।
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अल्जाइमर क्या है और कैसे पहचाने?
बार-बार चीजें भूल जाना
बोलने या लिखने में कठिनाई
निर्णय लेने में परेशानी
व्यवहार या व्यक्तित्व में बदलाव
रोजमर्रा के कार्यों में कठिनाई
दुनिया में करोड़ों लोग अल्जाइमर से प्रभावित हैं और फिलहाल इसका कोई निश्चित इलाज नहीं है। ऐसे में चेरी जैसे सुपरफूड्स एक आशा की किरण बन सकते हैं।
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क्यों जरूरी है हेल्दी डाइट?
यह रिसर्च बताती है कि पौष्टिक आहार मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाता है। यदि चेरी जैसे फल को अपनी डेली डाइट में शामिल किया जाए, तो यह दिमागी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकता है।हालांकि यह एक शुरुआती शोध है, लेकिन इसके नतीजे निश्चित ही उम्मीद जगाते हैं कि भविष्य में हम प्राकृतिक चीजों से मस्तिष्क की गंभीर बीमारियों को मात दे सकते हैं।

