Weather Update: दिल्ली-NCR में मौसम एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। भारतीय मौसम विभाग ने आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी। छह अक्टूबर को भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
विभाग के अनुसार, रविवार सुबह से ही हल्की से मध्यम बारिश का दौर शुरू हो सकता है, जो रुक-रुक कर दिनभर जारी रहेगा। इस बारिश से तापमान में गिरावट आएगी और सुबह-शाम की ठंडक महसूस होने लगेगी। शुक्रवार को हालांकि बारिश दर्ज नहीं की गई, लेकिन बृहस्पतिवार की तेज बारिश के बाद तापमान में दो डिग्री की गिरावट देखी गई थी।
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उत्तर भारत के राज्यों में भी सक्रिय मौसम प्रणाली

दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में भी आज बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। साथ ही, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण तमिलनाडु के 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बिहार में आफत की बारिश
बिहार में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश जनजीवन पर कहर बनकर टूटी है। वज्रपात, पेड़ और मकान गिरने की घटनाओं में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में मुजफ्फरपुर, जहानाबाद से तीन-तीन, बेतिया से चार, भोजपुर से दो और अन्य जिलों से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा डेढ़ दर्जन से अधिक लोग झुलस गए हैं।
भोजपुर जिले में 20 भेड़ों की भी मौत हुई है। तेज हवा और बारिश के कारण धान और गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, नेपाल से छोड़े गए पानी के चलते गंडक नदी में 54,200 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया, जिससे पश्चिम चंपारण जिले में जलस्तर बढ़ गया है।
पटना और अन्य जिलों में जलजमाव
राजधानी पटना में 32.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। सिवान के महाराजगंज में 324.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सबसे ज्यादा थी। हालात को देखते हुए मोतिहारी, सारण, सिवान, गोपालगंज और भोजपुर में सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
वाराणसी में टूटा 125 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड

वाराणसी में 21 घंटे में 187 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे 125 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया। बीएचयू और ट्रामा सेंटर जैसे इलाकों में जलभराव के कारण डॉक्टर भी अपने कक्ष तक नहीं पहुंच सके और ओपीडी पार्किंग में लगानी पड़ी। बलिया में रेलवे ट्रैक धंसने के कारण ट्रेनों का संचालन छह घंटे तक बाधित रहा। वाराणसी, बलिया, मीरजापुर, चंदौली और सोनभद्र में बारिश से चार लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों बीघा फसल तबाह हो गई है। मौसम विभाग ने बताया कि यह बारिश बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण हुई है।
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