Himachal Disaster: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के विभिन्न जिलों में मूसलाधार बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से भारी तबाही देखने को मिली है। राज्य आपातकालीन केंद्र के मुताबिक अब तक मानसून के चलते 170 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 94 मौतें सीधे प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूस्खलन, फ्लैश फ्लड और घर गिरने की घटनाओं से जुड़ी हैं। बाकी 76 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं, जो लगातार बारिश की वजह से सड़कों पर फिसलन, मलबा और कम दृश्यता के कारण हुईं।
बादल फटने से भारी तबाही

मंगलवार रात को चंबा जिले के भटियात क्षेत्र की जंद्रोग पंचायत में बादल फटने की घटना सामने आई। इसके चलते भगसियार और ढलियार गांव में भारी नुकसान हुआ। नाले में आई बाढ़ से भारी मात्रा में मलबा बहकर आया, जिससे छह मकान क्षतिग्रस्त हो गए और एक पशुशाला पूरी तरह ढह गई। इस हादसे में एक गाय और 35 बकरियों की भी मौत हो गई। ग्रामीणों ने जान बचाने के लिए समय रहते भागकर शरण ली।
चुराह में भूस्खलन से मकानों को नुकसान
चुराह विधानसभा क्षेत्र की मंगली पंचायत के भोड़ास गांव में भूस्खलन की वजह से कई घर इसकी चपेट में आ गए। तीन मकानों को भारी क्षति पहुंची, जबकि अन्य घरों में मलबा और पानी घुस गया। इससे प्रभावित परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
भूस्खलन से स्कूटी सवार युवक की मौत
कांगड़ा जिले के शाहपुर उपमंडल में मंगलवार शाम भारी बारिश के कारण पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से 24 वर्षीय स्कूटी सवार युवक गोविंद कुमार की मौत हो गई। गोविंद धर्मशाला से अपने गांव करेरी लौट रहा था, जब खड़ीबही गांव के पास उस पर चट्टान गिर गई। स्थानीय लोगों ने उसे टांडा मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
तेज बारिश से बही पुलिया
शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के पंद्रह बीस क्षेत्र की कूट पंचायत में मंगलवार देर रात भारी बारिश के चलते खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ गया। इस बाढ़ में चार पुलियां, कई बीघा कृषि भूमि और बिजली के दो खंभे बह गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहाड़ी पर बादल फटने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई। खड्ड का प्रवाह गांव की ओर मुड़ गया है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है।
हिमपात से भी बढ़ी मुश्किलें

बुधवार को बारालाचा, शिंकुला और रोहतांग दर्रों पर ताजा हिमपात हुआ है, जिससे ऊपरी इलाकों में तापमान में गिरावट आई और रास्ते बंद हो गए हैं। इससे राहत व बचाव कार्यों में भी बाधा आ रही है.भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आगामी 5 अगस्त तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
Read More: NEET PG 2025: नीट पीजी के एडमिट कार्ड जारी, जानें कब होगी परीक्षा…

