Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने 22 अगस्त से 28 अगस्त तक राज्य के विभिन्न जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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इन जिलों में भारी बारिश की संभावना

22 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और सिरमौर जिलों के कुछ इलाकों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके बाद 23 अगस्त को कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। 24 अगस्त को भी कांगड़ा और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।
बीते दिन प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धूप खिली रही, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में धूप के साथ-साथ बादल भी छाए रहे, जिससे मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहा।
कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर आंशिक बहाली
मंडी जिले के कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ था। अब वहां एक तरफ का यातायात बहाल कर दिया गया है और वाहनों को एक-एक करके निकाला जा रहा है। यह फोरलेन नौ मील, कैंची मोड़, दयोड़ और दवाड़ा जैसे स्थानों पर भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया था।
भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी स्थित वरशैणी पंचायत के शिल्हा गांव में लगातार हो रहे भूस्खलन से लगभग 80 घर खतरे की जद में आ गए हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क किया जा रहा है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मंडी के बालीचौकी उपमंडल में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। यहां भूस्खलन के चलते 17 दुकानों और घरों को खाली करवाया गया है क्योंकि वहां रहने वालों की जान को खतरा उत्पन्न हो गया था।
बरोट क्षेत्र में एक कार भूस्खलन के मलबे में दब गई, जबकि एक होटल पर पेड़ गिरने की घटना सामने आई है। इस बीच पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग को साफ कर बहाल कर दिया गया है, जिससे आवाजाही में थोड़ी राहत मिली है।

