Himachal weather:हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। प्रदेश में चार राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) समेत कुल 375 सड़कें यातायात के लिए बंद हो चुकी हैं। इससे न केवल लोगों की आवाजाही में बाधा आ रही है, बल्कि कई जगहों पर आपातकालीन सेवाओं तक का पहुंचना मुश्किल हो गया है।शिमला, मंडी, कुल्लू और चंबा जैसे पहाड़ी जिलों में सड़कों पर जगह-जगह भूस्खलन के कारण 37 घंटे तक लंबा जाम लगा रहा। कीरतपुर-मनाली फोरलेन जैसे प्रमुख मार्ग मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे जाकर आंशिक रूप से बहाल हो सके। हालांकि मंडी-जंजैहली मार्ग को थुनाग तक खोलने में सफलता मिली, जिससे सराज घाटी के निवासियों को कुछ राहत मिली है।
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बिजली उत्पादन में भारी गिरावट
भारी वर्षा के कारण न केवल सड़क यातायात प्रभावित हुआ है, बल्कि जलविद्युत परियोजनाओं में गाद (silt) आने से बिजली उत्पादन में भी गिरावट दर्ज की गई है। शिमला और आसपास के क्षेत्रों में कई परियोजनाओं को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है। इससे राज्य की विद्युत आपूर्ति पर भी असर पड़ा है, जिससे घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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मंडी जिले में किशोर बहा
मंडी जिले के द्रंग क्षेत्र में तेज बहाव वाले थाई नाले में नेपाली मूल का 14 वर्षीय किशोर तेज सिंह बह गया। वह अपने परिजनों के साथ पनारसा क्षेत्र में रह रहा था। प्रशासन और राहत दलों द्वारा उसकी तलाश की जा रही है।वहीं, बारालाचा, कुंजुम और अन्य ऊंचे दर्रों में हल्का हिमपात दर्ज किया गया है। इससे तापमान में गिरावट आई है और पहाड़ी इलाकों में ठंड महसूस की जा रही है, जो सामान्य जुलाई के मौसम से हटकर है।
अगले तीन दिन कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल में अगले तीन दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। कई इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। खासकर चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और शिमला जिलों में भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में वृद्धि की आशंका बनी हुई है।