Rajasthan: रविवार को जयपुर के कालिंदी ऑडिटोरियम में भव्या फाउंडेशन का सम्मान समारोह धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से कैंसर पीड़ितों,शारीरिक रूप से अक्षम,आटिज्म वर्रिएर्स,निशक्त जन,बाल बसेरा गृह के बच्चों को समर्पित रहा।कार्यक्रम में 15 देशों के लोग शामिल हुए। भव्या फाउंडेशन के तत्वाधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मलेन और भारत श्री सम्मान 2025 समारोह का आयोजन जयपुर के जगतपुरा स्थित सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी के कालिंदी ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ।जिसमें देश,विदेश और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष मुकाम हासिल करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
दिव्यांगजनों के हितों के लिए सेवाभाव ने दिलाया सम्मान
कोटकासिम क्षेत्र के गांव नांगल सालिया निवासी संजय बागड़ी को इस कार्यक्रम में उनके द्वारा गत 20 वर्षों से लगातार दिव्यागजनों के साथ निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य करने एवं कोरोना में वॉल पेंटिंग के जरिए नारा लेखन करने सहित पर्यावरण,पत्रकारिता आदि के माध्यम से आमजन के हितार्थ किए जा रहे समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।आपको बता दें कि,युवा संजय बागड़ी ने ग्रामीण क्षेत्र में खतरनाक मोड़ पर सूचना संकेतक,जल बचाओ,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,मृत्युभोज को बंद करने सहित नशा मुक्ति को लेकर क्षेत्र में काफी संख्या में नारा लेखन किया है।इनके द्वारा कोरोना काल में बड़ी-बड़ी रोड पेंटिंग,जनजागरुकता हेतु वॉल पेंटिंग,अपनी कार से माइक अलाउंसमेंट कर काफी संख्या में मास्क वितरण का कार्य किया गया।जिसके बाद अचानक सुर्खियों में आए।इन्होंने 4 वर्षों तक संदर्भ केंद्र कोटकासिम में कार्य करते हुए भी दिव्यागजनों के हितार्थ काफी कार्य किया।
20 वर्षों से निस्वार्थ भाव से सेवाभाव में लगे
कोटकासिम क्षेत्र के गांव नांगल सालिया निवासी संजय बागड़ी को इस कार्यक्रम में उनके द्वारा गत 20 वर्षों से लगातार दिव्यागजनों के साथ निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य करने एवं कोरोना में वॉल पेंटिंग के जरिए नारा लेखन करने सहित पर्यावरण,पत्रकारिता आदि के माध्यम से आमजन के हितार्थ किए जा रहे समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।युवा संजय बागड़ी ने ग्रामीण क्षेत्र में खतरनाक मोड़ पर सूचना संकेतक,जल बचाओ,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,मृत्युभोज को बंद करने सहित नशा मुक्ति को लेकर क्षेत्र में काफी संख्या में नारा लेखन किया है।
इनके द्वारा कोरोना काल में बड़ी बड़ी रोड पेंटिंग, जनजागरुकता हेतु वॉल पेंटिंग, अपनी कार से माइक अलाउंसमेंट कर काफी संख्या में मास्क वितरण का कार्य किया गया जिसके बाद अचानक सुर्खियों में आए। इन्होंने चार वर्षों तक संदर्भ केंद्र कोटकासिम में कार्य करते हुए भी दिव्यागजनों के हितों के लिए काफी सारे कार्य किये।