Azam Khan News: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे आजम खान पूरे दो सालों के बाद सीतापुर जेल से बाहर आ गए हैं जहां उनके ऊपर लगे कई आरोपों में चल रहे मुकदमों में जमानत मिल गई है।सपा नेता आजम खान जेल से बाहर आते ही एक बार फिर से यूपी की सियासत का केंद्र बनते दिखाई दे रहे हैं जहां 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे समय में आजम खान का किस तरफ रुख होगा इसको जानने के लिए मीडिया लगातार उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है।इस बीच जेल से बाहर आने के बाद आजम खान मीडिया से खूब मुखातिब होकर सवालों का अपने अंदाज में जवाब दे रहे हैं।आजम खान के बयानों में फिर से वही अंदाज दिखाई दे रहा है जो अंदाज उनका यूपी में मुलायम सिंह यादव की सरकार में दिखाई देता था।
आजम खान ने बताई मुलायम सिंह से अपनी नजदीकी

इस बीच आजम खान ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ अपने रिश्ते को लेकर बड़ी बात कही है उन्होंने कहा कि,मुलायम सिंह यादव से उनके रिश्ता बेहद करीबी था जो कभी मुझसे यह नहीं पूछते थे साइन कहां करना है मैं तो उनके सामने जहां उंगली रख देता था वह साइन करते जाते थे।आजम खान ने मुलायम सिंह यादव के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए बताया मैंने उनसे एक यूनिवर्सिटी मांगी उन्होंने कभी कुछ नहीं रोका।सपा नेता ने कहा,मुलायम सिंह यादव जैसी शख्सियत दोबारा जन्म नहीं लेगी लोग जानते ही नहीं उनमें क्या खूबियां थी और वह कैसे इंसान थे ऐसे लोग सैकड़ों सालों में एक बार जन्म लेते हैं वह अलग मिट्टी के बने इंसान थे।
अखिलेश को निशाने पर लेकर गिनाईं मुलायम सिंह की खूबियां

आजम खान ने कहा,किसी की हिम्मत नहीं थी कि,मुलायम सिंह के सामने मेरे खिलाफ कोई एक शब्द भी बोल दे अगर मैं दौरे पर रहता और मीटिंग में आने में लेट हो जाता था तो तब तक मीटिंग नहीं होती थी अगर मैं नहीं पहुंचा तो कैबिनेट मीटिंग भी नहीं होती थी।आजम खान ने मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते हुए कहा,क्या मेरे लिए कोई ऐसा कर सकता है मैंने उनसे कभी सोना-चांदी,कोठी-बंग्ला नहीं मांगा ऐसा भरोसा किसी के दिल में बहुत बड़ी कुर्बानी और ईमानदारी के बाद हासिल होती है।
आजम खान ने कहा,न मेरी वफा में कमी थी,न मेरी मोहब्बत में,न मेरी दयानत में,न ही मेरी भक्ति में और न ही मेरी ईमानदारी में जरा सी कमी थी।सपा नेता आजम खान के इन बयानों को राजनीतिक माहौल में सपा मुखिया अखिलेश यादव के बारे में देखा जा रहा है जो मुलायम सिंह यादव के ना रहने पर शायद अखिलेश यादव को उनके साथ अपना रिश्ता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।

