Sawan 2025:पवित्र सावन माह के शुरु होते ही पूरे देश में शिवभक्तों की गूंज सुनाई देनी शुरु हो गई है।देश के अलग-अलग हिस्सों से कांवड़िए पवित्र जल लेकर भगवान भोलेनाथ को अर्पित करने के लिए सैकड़ों किमी की पैदल यात्रा कर रहे हैं।जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था से लेकर उनके खाने-पीने तक की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है।
हरिद्वार में कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ी

इसी कड़ी में देवभूमि उत्तराखंड में भी इन दिनों कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।कांवड़ यात्रा के पहले दिन से अबतक 4 दिनों में पचास लाख से अधिक शिवभक्त हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो चुके हैं।सावन के पहले सोमवार को हरिद्वार में हर तरफ कांवड़ियों की भीड़ नजर आई जो पूरी तरह से शिवभक्ति में डूबी नजर आई।
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चार दिनों में 50 लाख कांवड़िए पहुंचे हरिद्वार
श्रावण मास के प्रसिद्ध कांवड़ मेले के पहले चार दिनों में हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है।प्रशासन के अनुसार अब तक करीब 50 लाख कांवड़िए हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों को रवाना हुए हैं।सावन के पहले सोमवार पर कल हरिद्वार पूरी तरह शिवभक्ति में डूबा नजर आया।प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम 6 बजे तक 25 लाख श्रद्धालु गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों की ओर रवाना हुए।
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SDRF,NDRF की टीमें एक्टिव मोड में
वहीं,कांवड़ मेले के दौरान उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से सुरक्षा व्यवस्था भी दुरस्त की गई है।गंगा में डूब रहे 19 कांवड़ियों में से 18 को एसडीआरएफ ने सकुशल रेस्क्यू किया,जबकि एक कांवड़िया अब भी लापता है। सोमवार को भीड़ में खोए हुए 24 लोगों में से 17 को पुलिस ने परिजनों से मिलाया।कांवड़ियों की भारी भीड़ के बावजूद हरिद्वार जिले में यातायात व्यवस्था सामान्य है।
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प्रशासन ने सतर्कता बरतने की अपील की
इस बीच,हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कांवड़ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने और नियमों का पालन करने की अपील की है।उन्होंने कहा कि,पैदल यात्री केवल निर्धारित रूट और नहर पटरी का ही प्रयोग करें और अपने साथ पहचान पत्र अवश्य रखें।वाहन केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही खड़े करें तथा उस पर यात्रियों की सूची और यात्रा विवरण चिपकाएं।

