Hyderabad Toddy Poisoning: हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में मिलावटी ताड़ी पीने से एक गंभीर हादसा सामने आया है। इस जहरीली ताड़ी के कारण अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार को छह और मरीजों को उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया, जिनमें चार की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
NIMS में भर्ती हैं 31 मरीज, चार डायलिसिस पर
बताते चले कि, निज़ाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (NIMS) में फिलहाल 31 पीड़ितों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, चार मरीजों की हालत गंभीर है और उन्हें डायलिसिस पर रखा गया है। बाकी मरीजों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम इन मरीजों की लगातार निगरानी कर रही है।
मरने वालों की हुई पहचान, सभी कुकटपल्ली निवासी
मिलावटी ताड़ी पीने से जिन 5 लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान सीता राम, स्वरूपा, मौनिका, नारायण और बोज्जैया के रूप में की गई है। सभी मृतक कुकटपल्ली क्षेत्र के रहने वाले थे और स्थानीय ताड़ी की दुकानों से ही ताड़ी लेकर आए थे।
आबकारी विभाग ने की छापेमारी, बड़ी मात्रा में ताड़ी जब्त
तेलंगाना आबकारी विभाग ने घटना के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए हैदरनगर, शमशिगुड़ा और केपीएचबी कॉलोनी की ताड़ी दुकानों पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान विभाग ने 674 लीटर संदिग्ध ताड़ी जब्त की और संबंधित दुकानों को सील कर दिया। इस मामले में अब तक पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं।
पांच आरोपी गिरफ्तार, मिलावटी ताड़ी बेचने का आरोप
इस गंभीर मामले में पुलिस ने नगेश गौड़, बट्टी श्रीनिवास गौड़, टी. श्रीनिवास गौड़, के. कुमार गौड़ और तीगला रमेश को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर मिलावटी ताड़ी बेचने और लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और आगे भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
अस्पतालों में तैनात किए गए आबकारी कर्मी
कुकटपल्ली और उसके आस-पास के अस्पतालों में आबकारी विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इनका कार्य संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों की निगरानी करना और जरूरत पड़ने पर समय पर उन्हें रेफर करना है, ताकि किसी भी तरह की देरी न हो और पीड़ितों को उचित इलाज मिल सके।
मंत्री और सांसद पहुंचे अस्पताल
राज्य के आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्णा राव बुधवार को NIMS अस्पताल पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए और मीडिया से कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, भाजपा सांसद ईटाला राजेंदर भी अस्पताल पहुंचे और सरकार से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि ताड़ी की दुकानों पर कड़ा नियंत्रण जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मिलावटी शराब के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग तेज
इस घटना ने हैदराबाद सहित पूरे तेलंगाना को झकझोर कर रख दिया है। लोगों में आक्रोश है और मांग उठ रही है कि सरकार मिलावटी ताड़ी और अन्य अवैध शराब बिक्री के खिलाफ कठोर कदम उठाए। प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर भी हलचल तेज हो गई है, और उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में दोषियों को जल्द ही सख्त सजा मिलेगी।

