Hydrogen Bus: ग्रेटर नोएडा में जल्द शुरू होंगी प्रदूषण मुक्त हाइड्रोजन बसें, जानिए उनके फीचर्स और माइलेज…

ग्रेटर नोएडा की यमुना सिटी में जल्द ही पर्यावरण के अनुकूल हाइड्रोजन बसें चलेंगी। एनटीपीसी के प्रस्ताव पर चार बसें ट्रायल के तौर पर यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में संचालित होंगी।

Neha Mishra
Hydrogen Bus
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Hydrogen Bus: ग्रेटर नोएडा की यमुना सिटी में जल्द ही पर्यावरण के अनुकूल हाइड्रोजन बसें दौड़ती नजर आएंगी। यह योजना एनटीपीसी (NTPC) के प्रस्ताव पर लागू की जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत चार हाइड्रोजन बसें यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में ट्रायल के तौर पर संचालित की जाएंगी। इन बसों का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक डीजल या पेट्रोल से चलने वाली बसों के मुकाबले प्रदूषण मुक्त परिवहन उपलब्ध कराना है।

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हाइड्रोजन बसों की तकनीकी विशेषताएं

NTPC द्वारा तैयार की गई इन बसों में हाइड्रोजन फ्यूल सेल तकनीक लगी हुई है। इसका मतलब है कि ये बसें हाइड्रोजन गैस के सिलेंडर से चलती हैं और इनके उत्सर्जन में सिर्फ पानी की भाप निकलती है, कोई हानिकारक धुऑं या प्रदूषण नहीं।

प्रत्येक बस एक बार में लगभग 600 किलोमीटर तक यात्रा कर सकती है, जो इसे लंबे रूटों के लिए उपयुक्त बनाता है। इस पहल को तीन साल का पायलट प्रोजेक्ट बताया गया है। अगर यह सफल रहा, तो यमुना सिटी हाइड्रोजन बस चलाने वाला देश का दूसरा शहर बन जाएगा, पहले ऐसा अनुभव लेह-लद्दाख में देखा गया था।

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रूट और कनेक्टिविटी की योजना

यमुना विकास प्राधिकरण के SCO नागेंद्र सिंह ने बताया कि इन चारों बसों को पुराने रूट के अनुसार चलाया जाएगा, लेकिन इसमें नोएडा एयरपोर्ट को भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, यह बसें पहले से मौजूद बस स्टैंड और विभिन्न सेक्टरों से होकर सूरजपुर पुलिस मुख्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय तक कनेक्ट होंगी। योजना है कि इन हाइड्रोजन बसों को यूपीआरटीसी की बसों के साथ कोऑर्डिनेट किया जाए, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके और एयरपोर्ट कनेक्टिविटी भी मजबूत हो।

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पायलट प्रोजेक्ट का उद्देश्य

यह योजना फिलहाल केवल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हो रही है। एनटीपीसी और यमुना प्राधिकरण की सोच है कि पहले तीन साल में बसों का प्रदर्शन देखा जाएगा। यदि यह सफल रहा, तो बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी और हाइड्रोजन बस नेटवर्क को और व्यापक किया जाएगा। इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल पर्यावरण को बचाना है, बल्कि ग्रेटर नोएडा में स्मार्ट और हरित परिवहन विकल्प प्रदान करना भी है। भविष्य में इससे अन्य शहरों में भी हाइड्रोजन बसों के परिचालन की दिशा में मार्ग प्रशस्त हो सकता है।

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हाइड्रोजन बसों के फायदे

  • प्रदूषण मुक्त: बसों से केवल पानी की भाप निकलती है।
  • लंबी दूरी का माइलेज: एक बार में लगभग 600 किलोमीटर तक चल सकती हैं।
  • स्मार्ट कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट और प्रमुख सरकारी कार्यालयों से जुड़ाव।
  • भविष्य के परिवहन के लिए मॉडल: पायलट प्रोजेक्ट सफल होने पर विस्तार की संभावना।
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