I Love Muhammad News: शुक्लागंज में रविवार की रात लोगों द्वारा निकाले जा रहे “I Love Muhammad” जुलूस के दौरान उत्पन्न हुई स्थिति भयावह होने की कगार पर पहुंच गई। अनुमति न होने पर पुलिस ने जुलूस को रोकने का प्रयास किया, लेकिन यह प्रयास विवाद के चलते हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, पुलिसकर्मी घायल होने से बाल-बाल बचे। विशेष रूप से गंगाघाट क्षेत्र के इंस्पेक्टर की वर्दी के स्टार तक नोच डाले गए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।इस घटना के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को खदेड़ा। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें महिलाएं भी शामिल बताई जा रही हैं। पुलिस वर्तमान में हिरासत में लिए गए व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है कि किसने, क्यों और कैसे इस तरह की अराजकता फैलाई।
बिना अनुमति निकाला गया जुलूस

घटना की जांच के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के कुछ युवाओं ने इंटरनेट मीडिया से प्रेरित होकर पोस्टर व बैनर लेकर “I Love Muhammad” के नारों के साथ साबितगंज से जुलूस निकाला। यह जुलूस बिना पुलिस अनुमति के निकला गया था। जुलूस को रोकने पहुंची पुलिस से पहले हल्की बहस हुई, लेकिन जल्द ही वह बहस बढ़कर हाथापाई और पथराव में तब्दील हो गई।पुलिस ने बताया कि इमरजेंसी स्थिति को काबू में करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ा। गंगाघाट कोतवाल अजय कुमार सिंह की वर्दी का स्टार नोचा जाना कई लोगों को हैरान कर गया। घटना के समय कई पुलिसकर्मी बचाव करते हुए इधर-उधर भागते नजर आए।
Read more :PM Modi Navratri Wishes: नवरात्रि पर पीएम मोदी ने दी नवरात्रि की शुभकामनाएं… जानें क्या कहा?
हिरासत और वार्ता की कोशिशें

घटना के बाद करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। क्षेत्र के सीओ बीघापुर (मधुपनाथ मिश्रा) और सीओ सफीपुर (सोनम सिंह) सहित अन्य थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की।पहचान होने पर पुलिस ने किशोरों सहित कुछ लोगों को गिरफ्तार किया। ये किशोर भी कहा जाता है कि बिना अनुमति के जुलूस निकालने के पीछे प्रेरित हुए थे। बाद में, मुस्लिम समाज और स्थानीय व्यापार मंडल के कुछ नेताओं की मौजूदगी में पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में यह आश्वासन दिया गया कि आगे से कोई भी जुलूस बिना अनुमति नहीं निकाला जाएगा। इसके बाद गिरफ्तार किशोरों को रिहा किया गया।
Read more :Banke Bihari Darshan Timings: बांकेबिहारी मंदिर दर्शन समय में बड़ा बदलाव, जानिए नया शेड्यूल
पिछले मुद्दों की श्रृंखला और वर्तमान घटना का संबंध
यह घटना अचानक नहीं हुई। कुछ समय पूर्व कानपुर के रावतपुर क्षेत्र में भी “I Love Muhammad” बैनर को लेकर विवाद हो चुका है। चार सितंबर को रामनवमी शोभायात्रा गेट के सामने बैनर लगाने को लेकर तनाव हुआ। स्थानीय हिंदूवादी संगठनों ने उसे हटाने की मांग की थी। बाद में मामला शांत हुआ लेकिन विरोध की जड़ें बनी रहीं।इस प्रकार शुक्लागंज की घटना को पिछले घटनाक्रमों से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बार लॉकडाउन या जबरदस्ती नहीं थी, बल्कि जानकारी और अनुमति की कमी तथा विवादित नारों की वजह से माहौल बिगड़ा।

