IAS Promotion News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार नए साल में प्रदेश के आईएएस (IAS) अधिकारियों को पदोन्नति का तोहफा देने की तैयारी कर रही है। इस बार राज्य के 115 आईएएस अधिकारियों को प्रमोशन मिलने जा रहा है, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। 2000, 2009, 2012, और 2021 बैच के अधिकारियों का प्रमोशन सूची में शामिल किया गया है। आगामी दिसंबर में डीपीसी (Departmental Promotion Committee) की बैठक में प्रमोशन की अंतिम मुहर लगने की संभावना है। इसके बाद नए साल में पदोन्नति के आदेश जारी किए जाएंगे।
Read more: Kanpur की सीसामऊ में चुनाव पर सस्पेंस! सपा विधायक की जमानत मंजूर लेकिन सजा पर रोक से इनकार
2000 बैच के अधिकारियों को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
2000 बैच के आठ आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव के पद पर प्रमोशन दिया जा रहा है। इन अधिकारियों में फूड एंड सिविल सप्लाई के कमिश्नर सौरभ बाबू, कानपुर के कमिश्नर अमित गुप्ता, आजमगढ़ के कमिश्नर मनीष चौहान, मानवाधिकार आयोग की सचिव धनलक्ष्मी, स्वास्थ्य विभाग के सचिव रंजन कुमार, कृषि विभाग के सचिव अनुराग यादव, महानिदेशक उत्पादन निगम रणवीर प्रसाद, और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत दीपक अग्रवाल के नाम प्रमुख हैं। पदोन्नति के बाद इन अधिकारियों को नए विभागों में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
2009 बैच के 40 अधिकारियों को मिलेगी सचिव और कमिश्नर रैंक

इस बार 2009 बैच के 40 आईएएस अधिकारियों को विशेष सचिव और डीएम स्तर से प्रमोट कर सचिव और कमिश्नर रैंक प्रदान किया जाएगा। इनमें से पांच बड़े जिलों के डीएम भी हैं, जिन्हें प्रमोशन के बाद कमिश्नर के पद पर नियुक्त किया जाएगा। इन अधिकारियों में लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार, वाराणसी के डीएम एस. राजालिंगम, गाजियाबाद के डीएम इंद्र विक्रम सिंह, मथुरा के डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह, और कानपुर के डीएम राकेश कुमार सिंह द्वितीय शामिल हैं। प्रमोशन के बाद इन सभी अधिकारियों को उनके वर्तमान पदों से हटाकर नए कार्यभार सौंपे जाएंगे।
2021 बैच के अधिकारियों को मिलेगा सीनियर टाइम स्केल
नए साल में पदोन्नति का लाभ 2021 बैच के 17 आईएएस अधिकारियों को भी मिलने जा रहा है। इन अधिकारियों ने चार साल की सेवा पूरी कर ली है और इन्हें सीनियर टाइम स्केल दिया जाएगा। यह स्केल अधिकारियों के करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और उनके वेतनमान में भी वृद्धि होगी।
प्रमोशन के बाद अधिकारियों की बदलेंगी जिम्मेदारियां
पदोन्नति के बाद अधिकारियों के कार्यक्षेत्र और जिम्मेदारियों में बदलाव किया जाएगा। नए कार्यभार के साथ यह अधिकारी विकास और प्रशासनिक कार्यों को नई दिशा देने के लिए तत्पर होंगे। योगी सरकार के इस कदम से प्रशासनिक ढांचे में एक नई ऊर्जा का संचार होने की उम्मीद है, जिससे प्रदेश के विकास कार्यों में और गति आएगी।