IEX Share Price: 24 जुलाई का दिन इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के निवेशकों के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा। सुबह जैसे ही शेयर बाजार खुला, IEX के शेयर ने गिरावट का रुख पकड़ लिया। बीएसई पर शेयर की कीमत ₹169.10 तक लुढ़क गई, जो 10% लोअर सर्किट लिमिट के बराबर थी। लेकिन गिरावट यहीं नहीं रुकी—शेयर और नीचे फिसलते हुए ₹159.70 तक पहुंच गया, यानी कुल मिलाकर करीब 15% की गिरावट देखने को मिली।
Read more: Delhi Weather: दिल्ली-NCR में तेज बारिश के बाद गर्मी से राहत, पहाड़ी राज्यों में जारी IMD का अलर्ट
मार्केट कपलिंग
IEX के शेयर में आई इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह बनी CERC (Central Electricity Regulatory Commission) द्वारा लिया गया एक अहम फैसला। CERC ने घोषणा की है कि जनवरी 2026 से देश में सभी पावर एक्सचेंजों के डे-अहेड मार्केट (DAM) को मार्केट कपलिंग के ज़रिए एक साथ जोड़ा जाएगा।
क्या होती है मार्केट कपलिंग?
मार्केट कपलिंग का मतलब है कि अलग-अलग पावर एक्सचेंजों पर बिजली की कीमत एक समान होगी। यानी अब बाजार में बिजली की बोली और क्लियरिंग की प्रक्रिया एक ही प्लेटफॉर्म से नियंत्रित की जाएगी। इससे मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता आएगी और बिजली वितरण प्रणाली अधिक कुशल बनेगी। लेकिन इससे IEX की मौजूदा मार्केट लीडरशिप पर खतरा मंडराने लगा है।
DAM और RTM पर रहेगा असर
CERC के आदेश के मुताबिक, शुरुआत में केवल डे-अहेड मार्केट (DAM) को मार्केट कपलिंग से जोड़ा जाएगा। रियल टाइम मार्केट (RTM) को बाद में जोड़ा जाएगा जब DAM में पर्याप्त अनुभव हो जाएगा। IEX की फिलहाल इन दोनों सेगमेंट्स में 90% से ज्यादा हिस्सेदारी है। FY24 में IEX का DAM वॉल्यूम 73 अरब यूनिट रहा जबकि RTM में 19% सालाना वृद्धि दर्ज की गई।
निवेशकों में बढ़ी बेचैनी
इस फैसले के बाद निवेशकों को यह डर सताने लगा है कि मार्केट कपलिंग के चलते IEX की मार्केट हिस्सेदारी और कमाई पर सीधा असर पड़ेगा। चूंकि अब सभी एक्सचेंजों पर बिजली की कीमत एक जैसी होगी, ऐसे में IEX के पास अपने उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के कम विकल्प बचेंगे।
ब्रोकरेज फर्म का टारगेट प्राइस घटा
इस नकारात्मक संकेत के बाद ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने भी IEX के शेयर का टारगेट प्राइस ₹160 से घटाकर ₹122 कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अब IEX को केवल ट्रांजेक्शन फीस कम करके ही प्रतिस्पर्धा करनी होगी, जिससे कंपनी की लॉन्ग टर्म प्रॉफिटेबिलिटी पर असर पड़ सकता है।
IEX के सामने नई चुनौतियाँ
IEX, जो अब तक पावर ट्रेडिंग बाजार में निर्विवाद लीडर रही है, उसे अब एक बड़ी प्रणालीगत चुनौती का सामना करना पड़ेगा। मार्केट कपलिंग पारदर्शिता और दक्षता तो बढ़ाएगी, लेकिन IEX जैसी कंपनियों की मार्केट पकड़ को कमजोर भी कर सकती है। आने वाले समय में निवेशकों को इस स्टॉक में सतर्कता से कदम रखने की जरूरत है।
Read more: Suzlon Share Price: सुजलॉन एनर्जी के शेयर में हलचल… निवेशकों को सतर्क हो जाना चाहिए?

