Mithun Chakraborty answer to Bilawal Bhutto: अभिनेता से भारतीय जनता पार्टी के नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की सिंधु जल संधि में बदलाव को लेकर भारत को दी गई चेतावनी की कड़ी आलोचना की है. कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत में मिथुन ने कहा कि यदि पाकिस्तान इस तरह की धमकियां देता रहा तो भारत की खुफिया एजेंसियां बेकाबू हो जाएंगी और जवाबी कार्रवाई में ब्रह्मोस मिसाइल दागे जाएंगे.
मिथुन ने पाकिस्तान पर कसा तंज
पाकिस्तान की धमकियों पर तंज कसते हुए मिथुन ने कहा, “हमने सोचा है कि एक बांध बनाया जाए, जहां 140 करोड़ लोग पेशाब करेंगे. फिर हम बांध खोल देंगे, जिससे सुनामी जैसी तबाही होगी।” उन्होंने साफ किया कि उनका निशाना पाकिस्तान के लोगों पर नहीं, बल्कि बिलावल भुट्टो पर है.
बिलावल भुट्टो की चेतावनी और सिंधु जल संधि को लेकर जारी तनाव
आपको बता दे कि, यह टिप्पणी बिलावल भुट्टो की उस चेतावनी के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंधु नदी की धारा मोड़ना पाकिस्तान की संस्कृति, इतिहास और सिंध क्षेत्र के लिए बड़ा खतरा है. बिलावल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी की जल परियोजना पाकिस्तान की जल सुरक्षा के लिए घातक है और इसे मई में हुई सैन्य झड़प से जोड़ा.
बिलावल ने पहले भी दी थी युद्ध की चेतावनी
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, यह पहली बार नहीं है जब बिलावल ने इस तरह की धमकी दी हो. जून में उन्होंने पाकिस्तान की संसद में चेतावनी दी थी कि यदि सिंधु नदी के पानी का हिस्सा नहीं दिया गया तो देश युद्ध की राह पर चलेगा.
1960 की सिंधु जल संधि निलंबित
वहीं, भारत ने अप्रैल में 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि यह समझौता अब कभी बहाल नहीं होगा.
असीम मुनीर ने भारत को चेतावनी दी
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भारत को चेतावनी दी है कि यदि भारत के अस्तित्व को खतरा पहुंचा तो पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों का उपयोग कर सकता है। साथ ही, उन्होंने कहा कि यदि भारत पानी का प्रवाह मोड़ता है तो वह भारतीय बुनियादी ढांचे को भी तबाह कर देगा।
विदेश मंत्रालय ने दी सख्त प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस परमाणु धमकी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इससे पाकिस्तान के परमाणु नियंत्रण की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं। मंत्रालय ने साफ किया कि भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करेगा
सिंधु जल संधि और पानी के मुद्दे ने भारत-पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और भड़का दिया है. दोनों देशों के बीच यह विवाद राजनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर चिंता का विषय बन गया है.
