Bihar Election: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (07 नवंबर, 2025) को बिहार के जमुई जिले में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की सियासत और विपक्षी नेताओं पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि वे जीतते हैं, तो राज्य में ‘अपहरण’ के लिए एक नया विभाग खोलेंगे।अमित शाह ने जनसभा में कहा, “अगर हम जीतते हैं, तो बिहार को बाढ़ मुक्त बनाने के लिए एक नया विभाग बनाएंगे, लेकिन अगर लालू के बेटे (तेजस्वी यादव) जीतते हैं, तो वे बिहार में अपहरण के लिए एक नया विभाग खोलेंगे।” उनका यह बयान बिहार के राजनीतिक माहौल को और गर्मा गया है, जहां अगले कुछ दिनों में विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने वाले हैं।
बिहार को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने का वादा
अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में सड़कों, पुलों, इथेनॉल कारखानों और चीनी मिलों का एक मजबूत बुनियादी ढांचा तैयार किया है। अगले पांच साल में हम बिहार को पूरी तरह से विकसित राज्य बनाएंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि बिहार को ‘जंगलराज’ की ओर लौटने नहीं दिया जाएगा, जो कि उन्होंने लालू प्रसाद यादव के शासनकाल के दौरान देखा था।
‘जंगलराज’ को वापस लाने की कोशिश का आरोप
अमित शाह ने तेजस्वी यादव और उनके समर्थकों पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वे बिहार में एक बार फिर ‘जंगलराज’ लागू करना चाहते हैं। शाह ने कहा, “बिहार की जनता ने पहले चरण के चुनाव में ही यह स्पष्ट कर दिया है कि वे जंगलराज के खिलाफ हैं। यह भेष बदलकर, कपड़े बदलकर और चेहरा बदलकर वापस आना चाहता है, लेकिन हम इसे राज्य में नहीं आने देंगे।”
पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के शासनकाल में बिहार में अपहरण और उगाही की घटनाओं को लेकर अक्सर विवाद उठते रहे हैं। अमित शाह ने कहा, “लालू-राबड़ी के शासन में बारातें आती थीं, और उसके साथ ही उगाही के लिए कुछ लोग कट्टे लेकर आते थे। फिरौती के लिए अपहरण और नरसंहार होते थे। बिहार में 20 से ज्यादा नरसंहार हुए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस ‘जंगलराज’ ने बिहार के उद्योग-धंधों को बंद कर दिया था और राज्य को गरीब बना दिया था।
नक्सलवाद के खिलाफ मोदी सरकार की जीत का जिक्र
केंद्रीय गृह मंत्री ने अपनी बात जारी रखते हुए यह भी दावा किया कि मोदी सरकार ने बिहार में नक्सलवाद को खत्म करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा, “यह मोदी जी का ही काम है कि उन्होंने पूरे बिहार से नक्सलवाद को समाप्त कर दिया। बिहार के कुछ जिले ऐसे थे, जहां 3 बजे तक ही मतदान होता था, लेकिन अब नक्सलवाद खत्म होने के बाद यहां वोटिंग 5 बजे तक होती है।”अमित शाह ने मुंगेर-जमुई बॉर्डर पर स्थित चोरमारा गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि यह गांव 25 साल बाद नक्सलमुक्त हुआ है। उनका यह बयान नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की जीत और बिहार की सुरक्षा स्थिति में सुधार की ओर इशारा कर रहा था।
‘इतनी जोर से बटन दबाओ कि करंट इटली तक पहुंचे’
जमुई की रैली में अमित शाह ने बिहार के मतदाताओं से अपील की कि वे 11 नवंबर को मतदान करते वक्त पूरी ताकत से बटन दबाएं। उन्होंने भीड़ से कहा, “बटन इतनी तेज दबाओ कि करंट इटली तक लगे।” उनका यह बयान बिहार की आगामी चुनावी लड़ाई में बीजेपी के समर्थन में और विपक्षी पार्टियों को चुनौती देने का संदेश था।निष्कर्षअमित शाह ने बिहार के जमुई जिले में अपने भाषण के दौरान बिहार की सियासत में ताजे बदलावों और चुनावी माहौल को लेकर अपनी पार्टी की योजनाओं और नीतियों को स्पष्ट किया।
उन्होंने तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोलते हुए दावा किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो बिहार को एक बार फिर ‘जंगलराज’ का सामना करना पड़ेगा। शाह ने केंद्र सरकार के नक्सलवाद विरोधी अभियानों और बिहार के विकास की योजनाओं को लेकर भी विपक्षी दलों को कड़ी चुनौती दी। अब, बिहार के मतदाता 11 नवंबर को होने वाले चुनावों में अपनी ताकत दिखाकर यह तय करेंगे कि राज्य की सत्ता किसके हाथों में जाएगी।
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