Imran Khan Suspense: रावलपिंडी में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हालात को लेकर सस्पेंस और बढ़ गया है। पिछले तीन हफ्तों से इमरान खान के बारे में उनके परिवार और परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस बीच पाकिस्तान के सोशल मीडिया और जापानी मीडिया में यह खबर फैल रही है कि इमरान खान की जेल में मौत हो गई है। इस खबर ने राजनीतिक हलचल और चिंता को बढ़ा दिया है।
Imran Khan Suspense: नेशनल असेंबली की आपातकालीन बैठक
इमरान खान की हालत को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच पाकिस्तान ने राष्ट्रीय असेंबली की आपातकाल बैठक बुलाई है। बैठक का समय साढ़े पांच बजे रखा गया है। इस कदम ने यह संकेत दिया है कि राजनीतिक तौर पर कोई बड़ी अनहोनी होने की संभावना है और हालात गंभीर हैं।इसी बीच खैबरपख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी बृहस्पतिवार को अडियाला जेल पहुंचे, जहां वे इमरान खान से मिलने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी।
Imran Khan Suspense: जेल के बाहर धरने पर बैठे सीएम सोहेल
जेल में मिलने से रोके जाने के बाद मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी जेल के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ इसलिए रोका गया क्योंकि वे इमरान खान के पार्टी के सदस्य हैं। पिछले कई दिनों से इमरान खान की मौत की अफवाहें पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में फैल रही हैं, जिससे राजनीतिक माहौल और तनावपूर्ण हो गया है।इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), खैबरपख्तूनख्वा में सत्ता में है। सोहेल अफरीदी इमरान खान की पार्टी के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उन्हें भी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने इमरान से मिलने की अनुमति नहीं दी। इससे यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक हस्तक्षेप की संभावना बनी हुई है।
इमरान खान की हत्या का आरोप
इमरान खान के परिवार और पीटीआई कार्यकर्ता शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर पर आरोप लगा रहे हैं कि इमरान खान की हत्या जेल में ही करवाई जा सकती है। इस आरोप ने देश में तनाव और विरोध प्रदर्शन को और बढ़ा दिया है।पिछले कई दिनों से हजारों इमरान खान समर्थक अडियाला जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब यह प्रदर्शन धीरे-धीरे अन्य शहरों में भी फैल रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे अपने नेता की सुरक्षा और जीवित रहने की पुष्टि चाहते हैं।
राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय चिंता
इमरान खान की हालत को लेकर न सिर्फ पाकिस्तान में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता है। जापानी मीडिया और सोशल मीडिया पर फैल रही खबरों ने इसे और गंभीर बना दिया है। राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि इस स्थिति का प्रभाव पाकिस्तान के आंतरिक राजनीतिक संतुलन और क्षेत्रीय स्थिरता पर पड़ सकता है।
