India vs South Africa Final: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को इतिहास रचते हुए दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार आईसीसी वनडे विश्व कप ट्रॉफी अपने नाम की। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा कि लगातार तीन मैच हारने के बाद टीम ने जिस तरह से वापसी की, वह काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने कहा, “हम जानते थे कि हम हालात बदल सकते हैं। हमने खुद पर भरोसा रखा और सकारात्मक रवैया अपनाया। यह जीत पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है।”
हरमनप्रीत ने शेफाली वर्मा की गेंदबाजी की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि जब दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज लौरा वोलवार्ट और सुने लुस अच्छी बल्लेबाजी कर रही थीं, तब उन्होंने शेफाली को गेंद थमाई। शेफाली ने आत्मविश्वास से कहा कि वह 10 ओवर डाल सकती हैं और वही मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
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दीप्ति शर्मा बनीं टूर्नामेंट की स्टार खिलाड़ी

फाइनल मुकाबले में दीप्ति शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 58 रन बनाए और 5 विकेट झटके। पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 22 विकेट लेने के साथ 200 से अधिक रन बनाए, जिसके चलते उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया। दीप्ति ने कहा, “यह सपना सच होने जैसा है। मैं हमेशा टीम के लिए जिम्मेदारी उठाने को तैयार रहती हूं और हर विभाग में योगदान देना पसंद करती हूं। यह ट्रॉफी मैं अपने माता-पिता को समर्पित करती हूं।”
शेफाली वर्मा ने निभाई अहम भूमिका
प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल हुईं शेफाली वर्मा ने फाइनल में 87 रनों की शानदार पारी खेली और दो विकेट भी लिए। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक यादगार पल है। सीधे नॉकआउट में आना आसान नहीं था, लेकिन मुझे खुद पर भरोसा था। परिवार का समर्थन और सीनियर खिलाड़ियों की सलाह ने मुझे प्रेरित किया।”
स्मृति मंधाना की भावुक प्रतिक्रिया
उप कप्तान स्मृति मंधाना ने जीत के बाद कहा, “विश्व चैंपियन बनना अविश्वसनीय है। घरेलू मैदान पर यह जीत और भी खास है। हमने कई बार हार का सामना किया, लेकिन इस बार हमारी मेहनत रंग लाई। पिछले 40 दिन सपने जैसे बीते और अगर विश्व कप जीतने के लिए 45 दिन जागना पड़े तो वह भी मंजूर है।”
कप्तान लौरा वोलवार्ट ने भारत की जीत को सराहा
दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ट ने भारत की जीत को सराहा और कहा, “हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन भारत ने हमसे बेहतर खेल दिखाया।” वोलवार्ट ने 101 रनों की शतकीय पारी खेली, लेकिन उनकी टीम 246 रन पर सिमट गई।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए। शेफाली (87), दीप्ति (58), मंधाना (45) और ऋचा घोष (34) ने अहम योगदान दिया। गेंदबाजी में दीप्ति ने 5, शेफाली ने 2 और श्री चरणी ने 1 विकेट लिया। यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है।
