India Block VP Candidate: भारतीय राजनीति में उपराष्ट्रपति चुनाव की घड़ी नजदीक आ रही है, और सभी की नजरें अब विपक्षी गठबंधन “इंडिया” पर हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया है, वहीं विपक्षी इंडिया गठबंधन ने अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम नहीं घोषित किया है। सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन अपना साझा उम्मीदवार जल्द ही मैदान में उतारेगा।
आज, 19 अगस्त को, विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा भी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर दोपहर 12:30 बजे यह बैठक होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि बैठक के बाद विपक्ष अपना उम्मीदवार नामित करेगा।
चर्चा में आए प्रमुख उम्मीदवार
इंडिया गठबंधन के भीतर उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर कई चर्चाएँ हो रही हैं। सूत्रों के अनुसार, इस समय तीन प्रमुख नामों पर विचार हो रहा है। इनमें से एक नाम है इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मैलस्वामी अन्नादुरई का, जिन्होंने चंद्रयान-1 मिशन की अगुवाई की थी। विपक्ष का मानना है कि इस चुनाव को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
दूसरे नाम पर चर्चा हो रही है तमिलनाडु से डीएमके के सांसद तिरुचि सिवा का। उनका नाम भी विपक्षी गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की सूची में शुमार किया जा रहा है। इसके अलावा, महात्मा गांधी के परपोते और इतिहासकार तुषार गांधी का नाम भी शुरूआत में सामने आया है। तुषार गांधी को लेकर यह तर्क दिया जा रहा है कि उनका नाम बीजेपी के खिलाफ एक वैचारिक संघर्ष को स्पष्ट रूप से दर्शाएगा।
इसके साथ ही, महाराष्ट्र से एक दलित बुद्धिजीवी के नाम पर भी विचार किया जा रहा है, जो उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार के रूप में सामने आ सकते हैं। इन नामों पर आखिरी निर्णय गठबंधन के नेताओं द्वारा लिया जाएगा।
सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात
वहीं, एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन 18 अगस्त को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद, सीपी राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें अपनी उम्मीदवारी के बारे में जानकारी दी।
अब सभी की निगाहें विपक्षी गठबंधन की बैठक पर टिकी हैं, जहां उम्मीदवार के नाम पर आखिरी निर्णय लिया जाएगा। आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकते हैं, जो भविष्य की दिशा को प्रभावित करेगा।
