India Pakistan Ceasefire: जम्मू-कश्मीर में हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में उत्पन्न तनाव के चलते बंद किए गए शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने का फैसला लिया गया है। प्रशासन के अनुसार, गैर-सीमावर्ती जिलों में हालात में सुधार हुआ है, जिसके चलते सोमवार से सभी स्कूल और कॉलेज खोले जाएंगे। हालांकि, सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित स्कूल अभी कुछ और दिनों तक बंद रहेंगे।
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हालात पर लगातार सेना की नजर
अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पिछले कुछ दिनों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर कोई संघर्ष विराम उल्लंघन या आतंकी गतिविधि सामने नहीं आई है। यह पहली बार है जब सीमावर्ती गांवों के निवासियों को बिना किसी डर के रात बिताने का अवसर मिला है। सेना ने कहा कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और स्थिति का मूल्यांकन कर शैक्षणिक गतिविधियों की बहाली का निर्णय लिया गया है।
शैक्षणिक संस्थान खोलने का आदेश
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों को छोड़कर जम्मू-कश्मीर के अन्य जिलों में सोमवार से शैक्षणिक संस्थान खोल दिए जाएंगे। जिला प्रशासन से इस संबंध में सुझाव मांगे गए थे और विभिन्न क्षेत्रों से मिले इनपुट के आधार पर यह निर्णय लिया गया है।
अधिकारियों ने दी स्थानीय लोगों को सलाह
हालांकि, सीमा से सटे गांवों में अब भी स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को सलाह दी है कि जब तक क्षेत्र में की गई गोलाबारी के अवशेषों को पूरी तरह से साफ नहीं किया जाता, तब तक वे अपने घरों में न लौटें। पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलाबारी में अब तक करीब दो दर्जन नागरिकों की जान गई है और बड़ी संख्या में घर व अन्य संपत्तियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।
पहलगाम में हमले में नागरिकों की मौत
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी। इस हमले के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान व पीओके में स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। सेना के अनुसार इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया।
