India Pakistan Tension: कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए सहमति बनने के बाद एक सर्वदलीय बैठक बुलाएं। पार्टी ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य देश के सभी राजनीतिक दलों को एकजुट करके सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन करना है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि यह समय है जब सरकार सभी पक्षों को विश्वास में लेकर देश को एकजुट कर सके।
कांग्रेस नेताओं ने 1971 के युद्ध की याद दिलाई
बताते चले कि, इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने 1971 के युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत का जिक्र किया और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व की सराहना की। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी के मंच से पूर्व प्रधानमंत्री के साहस का जिक्र करते हुए बताया कि इंदिराजी ने अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को एक ऐतिहासिक पत्र लिखा था, जिससे भारत की दृढ़ता और आत्मनिर्भरता का परिचय मिलता है। उन्होंने कहा कि इंदिराजी के नेतृत्व में भारत ने जो साहसिक कदम उठाए, वे आज भी देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
जयराम रमेश ने किया पोस्ट
कांग्रेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा पर सवाल उठाते हुए अमेरिका की भूमिका पर भी विचार किया। पार्टी ने यह कहा कि संघर्ष विराम की घोषणाओं के संदर्भ में अमेरिकी भूमिका पर अधिक प्रकाश डालने की आवश्यकता है। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि संघर्ष विराम के संदर्भ में जो अभूतपूर्व घोषणाएं की गईं हैं, उनकी समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए। साथ ही, जयराम ने कहा कि अब यह जरूरी हो गया है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए, जिसमें पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और आगे की रणनीति पर चर्चा की जाए।
केसी वेणुगोपाल ने इंदिरा गांधी के नेतृत्व की सराहना की
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी इंदिरा गांधी को याद करते हुए उनके नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के प्रति इंदिरा गांधी की टिप्पणी को उद्धृत किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत एक विकासशील देश होने के बावजूद अपनी रीढ़ में मजबूती महसूस करता है और वह किसी भी विदेशी दबाव के सामने झुकेगा नहीं। वेणुगोपाल ने कहा कि भारत आज भी इंदिरा गांधी के साहस को याद करता है और उनके नेतृत्व में भारत ने दुनिया को यह साबित किया कि वह किसी भी दबाव को स्वीकार नहीं करेगा।
राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार का बयान
राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने इस अवसर पर बयान देते हुए कहा कि भारत हमेशा शांति और बातचीत के लिए तैयार रहा है। अगर पाकिस्तान की ओर से ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सामूहिक कर्तव्य है। पवार ने यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए वैश्विक समर्थन की आवश्यकता है।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने और संसद का विशेष सत्र आयोजित करने का आग्रह किया है ताकि देश एकजुट होकर आगे की रणनीति पर चर्चा कर सके। विपक्षी पार्टी ने इंदिरा गांधी के साहसिक नेतृत्व और 1971 के युद्ध की जीत को याद किया, जबकि शरद पवार ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की बात की।
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