India-Pakistan Tension:विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच लगातार चौथे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाइयों की जानकारी दी। पाकिस्तान द्वारा 8-9 मई की रात को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई थी, लेकिन भारतीय सेना ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। इस दौरान पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी भारी गोलीबारी की थी, जिसे भारतीय सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने लगाए पाक पर आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने नागरिक विमानों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया। वे विमान मार्गों का दुरुपयोग कर रहे थे और यह उनकी रणनीति का हिस्सा था। कर्नल कुरैशी के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की कोशिश की और 300-400 ड्रोन का इस्तेमाल किया, जिनका उद्देश्य भारतीय सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचाना था। ये ड्रोन पाकिस्तान के तुर्की से होने का संकेत मिला है। भारतीय सेना ने इन सभी ड्रोन को मार गिराया, जिसमें एक यूएवी भी शामिल था, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया।
पाकिस्तान ने नागरिकों को बनाया ढाल
इसके अलावा, पाकिस्तान ने चिकित्सा केंद्रों और स्कूलों को भी निशाना बनाया। कर्नल कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान की सेना ने नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया और यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान की सेना पश्चिमी सीमा पर लगातार सक्रिय रही है, और उनके द्वारा किए गए हमले की योजना में भारतीय सैन्य ढांचे को निशाना बनाना था।
भारतीय एयरस्पेस का उल्लंघन
लाइफलाइन के रूप में, भारतीय वायुसेना ने संयम बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमान सेवा की सुरक्षा सुनिश्चित की, जबकि पाकिस्तान के नागरिक विमानों ने भारतीय एयरस्पेस का उल्लंघन किया। पंजाब सेक्टर में हाई एयर डिफेंस अलर्ट जारी किया गया था, जिससे भारतीय एयरस्पेस नागरिक उड़ानों के लिए बंद था। बावजूद इसके, पाकिस्तान के नागरिक विमानों का संचालन जारी रहा, जिनमें एक विमान दम्मम से उड़कर लाहौर तक गया। भारतीय वायुसेना ने इन नागरिक विमानों के सुरक्षित संचालन के लिए उच्चतम स्तर की सतर्कता बरती।