India Slams Pakistan: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी तनाव पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्पष्ट कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देता है और अपनी असफलताओं के लिए पड़ोसी देशों को जिम्मेदार ठहराना उसकी पुरानी आदत है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हम अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। पाकिस्तान आतंकी संगठनों को शरण देता है और उनकी गतिविधियों को समर्थन देता है। अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए बार-बार पड़ोसियों को दोष देना उसकी आदत में शुमार है।”
भारत ने अफगानिस्तान की संप्रभुता का किया समर्थन
MEA प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता का प्रयोग कर रहा है और पाकिस्तान इससे परेशान है। भारत ने दो टूक कहा है कि वह अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता का पूर्ण समर्थन करता है।उन्होंने कहा, “भारत हमेशा इस क्षेत्र में स्थायित्व और शांति के पक्ष में रहा है। पाकिस्तान को चाहिए कि वह अपने आंतरिक मसलों को खुद सुलझाए, न कि दूसरों पर झूठे आरोप लगाए।”
संघर्ष के बीच पाकिस्तान के भारत पर अप्रत्यक्ष आरोप पर भी जवाब
गौरतलब है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान से हो रहे तनाव के लिए परोक्ष रूप से भारत को जिम्मेदार ठहराता रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने कहा है कि पाकिस्तान अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की रणनीति अपनाता है।विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कहा कि भारत की भूमिका शांति स्थापित करने की रही है, जबकि पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड आतंकवाद को बढ़ावा देने और सीमा पार हिंसा को भड़काने का रहा है।
अफगान-पाक झड़प में अब तक 17 की मौत, सैकड़ों घायल
अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर बीते एक हफ्ते में दो बार गंभीर झड़पें हो चुकी हैं। 14 अक्टूबर की रात को हुई झड़प में कई सैनिक और नागरिक मारे गए।संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, 15 अक्टूबर को पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हवाई हमलों में 17 अफगान नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 346 लोग घायल हुए हैं।इस घटना ने न केवल क्षेत्रीय तनाव बढ़ाया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता को जन्म दिया है।
भारत का विदेश मंत्रालय एक बार फिर पाकिस्तान के “आतंक पोषक” रवैये पर खुलकर सामने आया है। अफगानिस्तान की संप्रभुता के पक्ष में भारत की यह मुखरता बताती है कि क्षेत्रीय स्थायित्व के लिए भारत कितनी गंभीरता से कूटनीतिक भूमिका निभा रहा है।पाकिस्तान को अब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास करना होगा और अपने अंदर झांककर यह समझना होगा कि संकट का समाधान पड़ोसियों पर दोषारोपण से नहीं, बल्कि नीति में बदलाव से निकलेगा।
Read More : BMC Diwali Bonus 2025: दिवाली से पहले खुशखबरी, नगर निगम कर्मचारियों को मिलेगा ये बेहतरीन तोहफा…
