Youth Asian Games: बहरीन में आयोजित यूथ एशियाई खेलों में भारत ने कबड्डी में शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष और महिला टीम दोनों ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। भारतीय U-18 टीम ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया और सभी मैचों में अविजित रहते हुए खिताब जीता।
महिला टीम का दबदबा
भारतीय महिला टीम ने फाइनल में ईरान को 75-21 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह जीत युवाओं के खेलों के इतिहास में 2013 के बाद सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बन गई। टीम की रेडर नेहा पटेल और डिफेंडर रिया सिंह ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया।
फाइनल से पहले महिला टीम ने लगातार जीत दर्ज की। उन्होंने बांग्लादेश (46-18), थाईलैंड (70-23) और श्रीलंका (73-10) को हराया। फाइनल से एक मैच पहले ही ईरान को 59-26 से हराकर भारत ने आत्मविश्वास के साथ फाइनल में प्रवेश किया। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय महिला टीम ने कुल 312 रेड अंक अर्जित किए।
पुरुष टीम की रोमांचक जीत
जहां महिला टीम का फाइनल स्पष्ट रूप से एकतरफा था, वहीं पुरुष टीम का फाइनल बेहद सघन और रोमांचक रहा। भारत ने अंत तक संयम बनाए रखा और 35-32 से जीत दर्ज की।पुरुष टीम की जीत की शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ 83-19 के शानदार प्रदर्शन से हुई। इसके बाद भारत ने श्रीलंका (89-16), पाकिस्तान (81-26), ईरान (46-29) और बहरीन (84-40) को हराया। पूरे टूर्नामेंट में पुरुष टीम ने 380 से अधिक रेड अंक अर्जित किए।
भारतीय कबड्डी की ताकत
भारत की दोनों टीमों का प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि यूथ एशियाई खेलों में कबड्डी में भारत की पकड़ कितनी मजबूत है। टीमों की रणनीति, सामूहिक खेल और युवा खिलाड़ियों की ऊर्जा ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी प्रतिद्वंद्वी भारत को रोक न सके।
विशेष रूप से महिला टीम का प्रदर्शन इतिहास रचने वाला रहा। टूर्नामेंट के दौरान टीम की एकजुटता और खेल भावना ने ईरान जैसी मजबूत टीम को भी फाइनल में मात दी।
भविष्य की उम्मीदें
इन जीतों से भारत के युवा कबड्डी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा है और आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में उनकी संभावनाओं को और मजबूत किया है। भारतीय कबड्डी की सफलता यह दर्शाती है कि खेल के क्षेत्र में युवा प्रतिभाएं देश का गौरव बढ़ा रही हैं।
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