IndiGo Crisis: इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों को लेकर बढ़ते संकट के बीच केंद्रीय मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। कुछ एयरलाइंस द्वारा टिकटों के दाम दोगुने करने और मनमाने तरीके से वसूली करने की शिकायतों के बाद मंत्रालय ने इस पर कड़ा संज्ञान लिया। मंत्रालय ने अपने नियामक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए प्रभावित रूटों पर किराया सीमा लागू कर दी है, ताकि यात्रियों को अवसरवादी कीमतों से बचाया जा सके।केंद्रीय मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस को आधिकारिक निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे अब से निर्धारित किराया सीमा का सख्ती से पालन करें। यह व्यवस्था तब तक लागू रहेगी, जब तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाती। मंत्रालय का यह कदम बाजार में मूल्य अनुशासन बनाए रखने के लिए और संकट के समय यात्रियों के शोषण को रोकने के लिए उठाया गया है।
IndiGo Crisis: खास वर्गों को मिलेगा राहत
मंत्रालय का आदेश खासतौर पर उन यात्रियों के लिए राहतकारी है, जो संकट के समय यात्रा करने के मजबूर हैं। इसमें वरिष्ठ नागरिकों, विद्यार्थियों और मरीजों को प्राथमिकता दी गई है, जिन्हें यात्रा करते समय अक्सर अधिक कठिनाई होती है। इन वर्गों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि नियमों का पालन करने की निगरानी की जाएगी, और किसी भी उल्लंघन पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
IndiGo Crisis: इंडिगो की उड़ानों में रद्दीकरण की समस्या
पिछले कुछ दिनों से इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों के लगातार रद्द होने की समस्या यात्रियों के लिए बड़ा संकट बन चुकी है। पिछले 5 दिनों में दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, जयपुर, इंदौर, कोच्चि, पटना, हैदराबाद और तिरुवनंतपुरम जैसे प्रमुख एयरपोर्टों से 2000 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं। इस स्थिति के कारण यात्रियों में निराशा और गुस्सा बढ़ गया है, क्योंकि उनकी यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
यात्रियों को हो रहा है आर्थिक और मानसिक नुकसान
इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के कारण यात्रियों को न केवल आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, बल्कि मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। कई यात्रियों का कहना है कि फ्लाइट रद्द होने के कारण उनके व्यवसायिक काम, परीक्षाएं, स्वास्थ्य समस्याएं और अन्य जरूरी कार्य अटक गए हैं। इन परेशानियों को सुलझाने के लिए यात्रियों को ऐन मौके पर दूसरा विकल्प तलाशना मुश्किल हो रहा है, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई है।
संकट की घड़ी में यात्रियों के लिए राहत की उम्मीद
केंद्रीय मंत्रालय द्वारा एयरलाइंस के किरायों पर नियंत्रण लगाने का कदम यात्रियों के लिए राहत लेकर आया है। हालांकि, यह स्थिति कब तक जारी रहेगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन मंत्रालय का प्रयास इस संकट के समय यात्रियों की रक्षा करना है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि जब तक उड़ानें सामान्य नहीं हो जातीं, वे एयरलाइंस द्वारा की जा रही मनमानी वसूली पर कड़ी नजर रखेंगे और नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
एयरलाइंस पर सख्त निगरानी
इस स्थिति को लेकर मंत्रालय ने यह भी कहा कि एयरलाइंस के किराए पर लागू की गई सीमा का कड़ाई से पालन किया जाएगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी प्रकार की असमानता और उपभोक्ताओं का शोषण न हो। अगर कोई एयरलाइंस इन नियमों का उल्लंघन करती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिससे यात्रियों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो।
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