Indigo Crisis: रिफंड और लगेज पर सख्त आदेश, इंडिगो के सामने झुका CEO

इंडिगो की लगातार गड़बड़ी पर सरकार ने 10% उड़ानें क्यों काटीं? उड्डयन मंत्री के सामने CEO पीटर एल्बर्स को हाथ जोड़कर क्यों खड़ा होना पड़ा? जानिए, सरकार ने रिफंड और यात्रियों के फंसे हुए लगेज को वापस करने के लिए क्या सख्त समय सीमा दी है।

Chandan Das
Indigo Crisis:
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Indigo Crisis: इंडिगो संकट पिछले कई दिनों से लगातार सुर्खियों में है। यात्रियों की शिकायतों, फ्लाइट कैंसिलेशन और भारी देरी को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है। मंत्रालय ने इंडिगो को तुरंत प्रभाव से अपनी उड़ानों की संख्या में 10% की कटौती करने का आदेश दिया है। साथ ही एयरलाइन को निर्देश दिया गया है कि वह यात्रियों को उनके रिफंड और लगेज जल्द से जल्द वापस करे, ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मिल सके।

Indigo Crisis:  इंडिगो CEO की मंत्री से मुलाकात

इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर एल्बर्स मंगलवार को नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात के दौरान एल्बर्स हाथ जोड़कर खड़े दिखाई दिए, जो एयरलाइन की गंभीर स्थिति और दबाव को दर्शाता है। मंत्री नायडू ने सोशल मीडिया पर बताया कि पिछले हफ्ते इंडिगो की बड़ी संख्या में फ्लाइट्स या तो रद्द हो गईं या फिर घंटों देरी से चलीं।मंत्री ने कहा कि इंडिगो में क्रू ड्यूटी लिस्ट, फ्लाइट शेड्यूलिंग, और आंतरिक संचार में बड़ी खामियां सामने आईं। इस गड़बड़ी का खामियाजा हजारों यात्रियों को भुगतना पड़ा, जिन्हें एयरपोर्ट पर लंबा इंतजार करना पड़ा और कई यात्राएं रद्द करनी पड़ीं। स्थिति गंभीर होने पर मंत्रालय ने तुरंत जांच शुरू की और इंडिगो के शीर्ष प्रबंधन को तलब किया।

Indigo Crisis:  उड़ानों में 10 प्रतिशत कटौती का सख्त निर्देश

राम मोहन नायडू ने बताया कि आज मंत्रालय ने दोबारा इंडिगो के CEO को बुलाया। बैठक में एल्बर्स ने जानकारी दी कि 6 दिसंबर तक जिन यात्रियों की फ्लाइट प्रभावित हुई थी, उन्हें 100% रिफंड दिया जा चुका है।इसके बावजूद मंत्रालय ने माना कि इंडिगो वर्तमान में बहुत अधिक उड़ानें संचालित कर रही है, जिससे उसके ऑपरेशंस पर बोझ बढ़ रहा है और गलतियां बढ़ रही हैं। इसी वजह से सभी रूट्स पर करीब 10% फ्लाइट्स कम करने का आदेश जारी किया गया है।

सर्विस में सुधार लाना मुख्य लक्ष्य

मंत्रालय का मानना है कि उड़ानों की संख्या में यह कटौती करने से शेड्यूलिंग स्थिर होगी, क्रू को बेहतर प्रबंधन का समय मिलेगा और आगे फ्लाइट रद्द होने या देरी की संभावना कम होगी। इससे यात्रियों का अनुभव बेहतर होगा। नागरिक उड्डयन मंत्री ने स्पष्ट कहा कि 10% रूट कटौती के बाद भी इंडिगो की उड़ानें सभी शहरों में जारी रहेंगी और कोई डेस्टिनेशन बंद नहीं किया जाएगा। हालांकि एयरलाइन को सख्त चेतावनी दी गई है कि वह -किराया सीमा (Fare Cap), यात्रियों की सुविधाएं,और मंत्रालय के सभी दिशा-निर्देश का पूरी तरह से पालन करे। मंत्रालय ने कहा कि “अब किसी तरह का बहाना स्वीकार नहीं किया जाएगा।”

इंडिगो का स्पष्टीकरण, डीजीसीए को भेजा जवाब

इंडिगो ने डीजीसीए द्वारा जारी किए गए शो कॉज नोटिस का जवाब भेज दिया है। एयरलाइन ने यात्रियों को हुई भारी परेशानी के लिए गहरी माफी मांगी है। हालांकि, इंडिगो ने कहा कि इतने बड़े ऑपरेशनल ब्रेकडाउन की “सटीक वजह” बताना अभी संभव नहीं है।एयरलाइन का कहना है कि उसकी टीम लगातार हालात सुधारने में लगी है और जल्द ही ऑपरेशंस को सामान्य कर लिया जाएगा।

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