Infosys Buyback 2025: इंफोसिस का 18,000 करोड़ रुपये का बायबैक प्लान, कंपनी को कैसे मिलेगा फायदा?

Neha Mishra
Infosys Buyback 2025
Infosys Buyback 2025

Infosys Buyback 2025: भारत की प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने एक बार फिर अपने शेयरों के बायबैक का ऐलान किया है। इस बार कंपनी ने बाजार भाव से करीब 19% अधिक दाम पर अपने शेयर वापस खरीदने का प्रस्ताव रखा है। यह निर्णय गुरुवार को हुई बोर्ड मीटिंग में लिया गया, जिसके बाद कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली।

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बायबैक की प्रमुख जानकारी

इंफोसिस ने बताया कि वह इस बायबैक के तहत 1,800 प्रति शेयर की कीमत पर अपने शेयर खरीदेगीजबकि गुरुवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 1,509.50 पर बंद हुआ था। यानी कंपनी अपने शेयरों को बाजार भाव से लगभग 290 ज्यादा में खरीदेगी। इस खबर का बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा, और शुक्रवार को एनएसई पर शेयर 1.19% की तेजी के साथ 1,527.60 पर ट्रेड कर रहा था।

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शेयर बायबैक होता क्या है?

शेयर बायबैक होता क्या है?
शेयर बायबैक होता क्या है?

शेयर बायबैक का मतलब होता है कि कोई कंपनी अपने ही जारी किए गए शेयरों को बाजार से वापस खरीदती है। इस प्रक्रिया से शेयरों की संख्या घटती है, शेयर की कीमत को सहारा मिलता है और कंपनी का मैसेज जाता है कि वह आगे के प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है। जब कंपनियों को लगता है कि उनका स्टॉक अंडरवैल्यूड है, या वे निवेशकों का भरोसा जीतना चाहती हैं, तब वे आमतौर पर बायबैक का रास्ता अपनाती हैं।

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इंफोसिस को बायबैक से क्या फायदे होंगे?

निवेशकों को सकारात्मक संकेत

बायबैक यह दर्शाता है कि कंपनी अपने व्यवसाय और भविष्य को लेकर आश्वस्त है। इससे निवेशकों में कंपनी को लेकर भरोसा बढ़ता है।

प्रति शेयर आय (EPS) और ROE में सुधार

बायबैक के बाद कंपनी के कुल शेयर घटते हैं, जिससे Earnings Per Share (EPS) और Return on Equity (ROE) जैसे फाइनेंशियल इंडिकेटर्स में सुधार आता है।

कैश रिजर्व का बेहतर उपयोग

इंफोसिस के पास बड़ी मात्रा में नकद भंडार है। जून 2025 की तिमाही के अंत तक कंपनी के पास $884 मिलियन (लगभग 7,805 करोड़) का Free Cash Flow था। बायबैक से कंपनी इस अतिरिक्त कैश का उपयोग प्रभावी तरीके से कर सकती है।

ब्रांड और बाजार में मजबूत स्थिति

बायबैक से कंपनी की प्रोफेशनल इमेज को बल मिलता है और बाजार में उसकी साख और भी मजबूत होती है।

इंफोसिस का बायबैक ट्रैक रिकॉर्ड

इंफोसिस इससे पहले भी कई बार शेयर बायबैक कर चुकी है।

  • 2017: 13,000 करोड़ में 11.3 करोड़ शेयर
  • 2019: 8,260 करोड़
  • 2021: 9,200 करोड़
  • 2022-23: 9,300 करोड़

इस बार का बायबैक अब तक का सबसे बड़ा है, जिससे कंपनी की कैपिटल मैनेजमेंट नीति पर विश्वास और गहराता है।

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Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसे किसी भी परिस्थिति में निवेश सलाह के रूप में न माना जाए। शेयर बाजार में निवेश जोखिम से जुड़ा होता है। निवेश करने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

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