Jewar Airport Inspection: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) का निरीक्षण किया। उन्होंने एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। निरीक्षण के दौरान सीएम योगी के साथ जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और मंत्री बृजेश सिंह भी मौजूद रहे।
सीएम योगी का हेलीकॉप्टर गाजियाबाद हिंडन एयरपोर्ट से 11:42 बजे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा। इस दौरान उन्होंने हवाई सर्वेक्षण करते हुए एयरस्ट्रिप, टर्मिनल, एयरब्रिज और अन्य निर्माणाधीन स्थलों का विस्तृत दौरा किया। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट अथॉरिटी और निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किए जाएं।
“नोएडा एयरपोर्ट बनेगा यूपी की आर्थिक शक्ति का केंद्र”
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति, औद्योगिक विस्तार और रोजगार सृजन का केंद्र बनेगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।” सीएम ने अधिकारियों से कहा कि एयरपोर्ट के शुभारंभ से पहले सभी कार्य गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि यात्री सुविधाओं और कनेक्टिविटी से जुड़ी व्यवस्थाएं समय पर तैयार हो जाएं।
एयरपोर्ट उद्घाटन की नई तारीख तय होने की प्रतीक्षा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। पहले एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 29 सितंबर 2024 तक पूरा होना था, लेकिन देरी के चलते समयसीमा को दिसंबर 2024, फिर अप्रैल 2025, और बाद में 30 अक्टूबर 2025 तक बढ़ाया गया। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजारापु राममोहन नायडू ने हाल ही में उद्घाटन की नई तारीख 30 अक्टूबर घोषित की थी, लेकिन कार्य शत-प्रतिशत पूरा न होने के कारण इसे फिलहाल टाल दिया गया है।
एयरपोर्ट की मुख्य विशेषताएं
जानकारी के अनुसार, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में कुल 5 रनवे बनाए जा रहे हैं, जिनमें से पहले चरण में एक रनवे संचालन में आएगा। लगभग 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष कार्य 10 नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।एयरपोर्ट से शुरुआती चरण में 150 उड़ानें प्रतिदिन संचालित होंगी।प्रथम चरण में निर्माण लागत लगभग 7000 करोड़ रुपये आंकी गई है।एयरपोर्ट 11,750 एकड़ भूमि में फैला होगा, जिसमें से 3300 एकड़ पर निर्माण पूरा हो चुका है।अब तक 5000 करोड़ रुपये की लागत से भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है। एयरपोर्ट की वार्षिक यात्री क्षमता 30 करोड़ यात्रियों की होगी।
आर्थिक विकास का नया द्वार
विशेषज्ञों का मानना है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रोजगार, निवेश और व्यापारिक गतिविधियों में बड़ा इजाफा होगा। यह न सिर्फ यूपी, बल्कि पूरे उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नई दिशा देगा।
