महिलाएं अपनी देखभाल के मामले में अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन कुछ बीमारियाँ ऐसी हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना या उनका गलत इलाज करना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। International Women’s Day 2025 पर यह समझना बेहद जरूरी है कि महिलाओं को हृदय रोग, कैंसर और ऑटोइम्यून डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों के प्रति सजग और जागरूक रहना चाहिए। ये बीमारियाँ महिलाओं में अधिक सामान्य होती जा रही हैं, और अगर इनका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो इसका असर उनकी सेहत पर बहुत गंभीर हो सकता है।
हृदय रोग (Heart Disease)

महिलाओं में हृदय रोग की समस्या बढ़ती जा रही है, और यह कई बार अनदेखी की जाती है। हृदय रोग केवल पुरुषों को नहीं, बल्कि महिलाओं को भी प्रभावित करता है। महिलाओं में हृदय रोग के लक्षण अक्सर पुरुषों से अलग होते हैं, जैसे चक्कर आना, उल्टी, दिल में भारीपन महसूस होना, और सांस लेने में कठिनाई। महिलाओं को इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। सही समय पर इलाज न होने पर यह स्थिति गंभीर हो सकती है, और इसके कारण मृत्यु दर भी बढ़ सकती है।
कैंसर (Cancer)

कैंसर महिलाओं में एक आम लेकिन खतरनाक बीमारी बन चुका है। खासतौर पर ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर का खतरा अधिक होता है। अगर समय रहते ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की जांच न करवाई जाए, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य की जांच करवाने में लापरवाह रहती हैं, लेकिन अगर कैंसर का इलाज जल्दी शुरू कर दिया जाए, तो इसे ठीक किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर का इलाज शुरुआती स्टेज में करने से महिलाओं को बेहतर जीवन मिल सकता है।
ऑटोइम्यून डिजीज (Autoimmune Diseases)

ऑटोइम्यून डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम शरीर के स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है। महिलाओं में यह बीमारी पुरुषों की तुलना में अधिक आम है। इनमें रुमेटॉयड आर्थराइटिस, ल्यूपस, और शुगर्स डिजीज जैसी बीमारियाँ शामिल हैं। इन बीमारियों के शुरुआती लक्षणों में शरीर में दर्द, थकावट, और त्वचा में सूजन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो बीमारी और बढ़ सकती है। महिलाओं को चाहिए कि वे अपने शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान दें और डॉक्टर से परामर्श लें।