Iran-Israel War : ईरान इजरायल और अमेरिका जैसे विरोधियों पर भरोसा नहीं करता। वे कभी भी युद्ध विराम का उल्लंघन कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो तेहरान जवाबी हमला करने से नहीं हिचकेगा। यह बात ईरानी सैन्य प्रमुख अब्दुलरहीम मौसवी ने कही। सवाल यह है कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के शीर्ष कमांडर अचानक युद्ध विराम पर संदेह क्यों जता रहे हैं?
इजरायली युद्ध विराम पर संदेह
अब्दुलरहीम मौसवी ने रविवार को सऊदी अरब के रक्षा मंत्री खालिद बिन सलमान से फोन पर बात की। ईरान की अर्ध-सरकारी फ़ार्स एजेंसी ने बताया कि सलमान-मौसवी की बातचीत के दौरान ईरानी नेता ने इजरायली युद्ध विराम पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि मौसवी ने कहा, “हमें इस बात पर गंभीर संदेह है कि दुश्मन युद्ध विराम सहित विभिन्न प्रतिबद्धताओं के प्रति कितना प्रतिबद्ध है।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी, “अगर कोई और हमला होता है तो हम भी कड़ा जवाब देने के लिए तैयार हैं।”
ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया
इजरायल और अमेरिका ईरान के परमाणु अनुसंधान को लेकर चिंतित हो रहे थे। वे नहीं चाहते थे कि तेहरान एक परमाणु शक्ति बन जाए। इसीलिए इजरायल और अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। हालांकि, इजरायल-ईरान संघर्ष के पहले दिन 13 जून को इजरायल ने कई उच्च पदस्थ ईरानी प्रशासनिक अधिकारियों, सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया था। उस हमले में ईरान के चार शीर्ष सैन्य अधिकारी और नौ परमाणु वैज्ञानिक मारे गए थे। तेहरान ने उसके तुरंत बाद जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी थी। 12 दिनों तक चले इस युद्ध में 627 ईरानी और 28 इजरायली मारे गए थे। तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम की घोषणा की थी। हालांकि शुरुआत में इजरायल और ईरान दोनों पर ही युद्ध विराम के उल्लंघन का आरोप लगा था। शायद इसीलिए ईरान को डर है कि इजरायल युद्ध विराम का उल्लंघन कर सकता है।
Read More : Sudan : सूडान में बड़ा हादसा, सोने की खदान ढहने से 11 श्रमिकों की मौत