Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच जनता दल यूनाइटेड (JDU) में हलचल तेज हो गई है। गुरुवार, 9 अक्टूबर को, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उम्मीदवारों की फाइनल सूची तय करने जा रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि इस बैठक में उनके बेटे निशांत कुमार को भी चुनावी मैदान में उतारने की मांग उनके समर्थकों ने की है।
समर्थकों की मांग
बताते चले कि, पार्टी के भीतर से यह आवाज उठ रही है कि निशांत कुमार को नालंदा जिले की हरनौत विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया जाना चाहिए। नालंदा के कई नेताओं ने मुख्यमंत्री से इस प्रस्ताव पर समर्थन व्यक्त किया है और उन्हें इस दिशा में विचार करने की अपील की है।
गृह जिला और विरासत का महत्व
हरनौत सीट का चुनावी महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह इलाका नालंदा, नीतीश कुमार का गृह जिला है। इसके अलावा, उन्होंने स्वयं 1985 से 1989 तक इस सीट से विधायक के रूप में काम किया था। इस पृष्ठभूमि को देखते हुए समर्थक मानते हैं कि निशांत का नाम प्रस्तावित करना भावनात्मक और रणनीतिक दोनों दृष्टि से मुनासिब हो सकता है।
आज की बैठक में हो सकता है मंथन
आपको बता दे कि, नीतीश कुमार आज अपने आवास पर जेडीयू की बड़ी बैठक की मेजबानी करेंगे। सुबह 10:00 बजे से होने वाली इस बैठक का मुख्य एजेंडा उम्मीदवारों की सूची पर अंतिम मुहर लगाना है। निशांत कुमार के नाम को लेकर भी चर्चा होगी, लेकिन इसे लेकर कोई आधिकारिक निर्णय अभी नहीं लिया गया है
संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार
सूत्रों की मानें तो जेडीयू ने कुछ नाम संभावित सूची में रखे हैं। उनमें नालंदा से श्रवण कुमार, राजगीर (नालंदा) से कौशल किशोर, सुपौल से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, पिपरा (सुपौल) से रामविलास कामत और निर्मली (सुपौल) से अनिरुद्ध प्रसाद यादव नाम चर्चा में हैं। ये नाम इस बात का संकेत देते हैं कि पार्टी कई जिलों में अपनी दावेदारी मजबूत करने की सोच रही है।
किसका दबाव कहां से?
निशांत कुमार को टिकट देने की मांग को पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं द्वारा जोर-शोर से उठाया जा रहा है। वे इस कदम को पार्टी की नई पीढ़ी को आगे लाने की रणनीति भी मानते हैं। वहीं, विरोधी धड़े में यह भी चिंता है कि यह निर्णय कहीं परिवारवाद की छवि न बनाए। अंततः यह निर्णय जेडीयू की शीर्ष नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही होगा।
बिहार चुनाव से पहले जेडीयू द्वारा आज की बैठक को बहुत अहम माना जा रहा है। उम्मीदवारों की घोषणा से पार्टी की रणनीति और चुनावी समीकरणों का मिजाज तय हो सकता है। निशांत कुमार का नाम इस सूची में शामिल होगा या नहीं, यह तो आज सामने आएगा। लेकिन इतना तय है कि इस कदम को राजनीतिक रूप में बड़ी संवेदनशीलता के साथ लिया जाना चाहिए — क्योंकि चुनावी रणभेरी बजने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है।
