Kerala में West Nile Fever का खतरा, क्या मच्छर से फैलने वाली ये खतरनाक बीमारी?

Mona Jha

Kerala:केरल राज्य में वेस्ट नाइल बुखार फैल रहा है।वेस्ट नाइल बुखार क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छरों से फैलता है. अगर बुखार का सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है। वहीं केरल सरकार ने कहा कि राज्य के त्रिशूर, मलप्पुरम और कोझिकोड़ जिलों से वेस्ट नाइल बुखार के मामले सामने आए हैं।राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक बयान में बताया की राज्य में वायरल संक्रमण के मामले सामने आए हैं और सभी जिलों को सतर्क रहने को कहा गया है। मंत्री ने बुखार या वेस्ट नाइल संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराने का अनुरोध किया है।

Read more : ‘भारत की सनातन संस्कृति को गाली देना फैशन सा बन गया है’,सीतापुर में विपक्ष पर CM योगी का निशाना

उपचार और रोकथाम जरूरी

वहीं एक बयान में बताया गया है कि- जापानी ‘एन्सेफलाइटिस’ की तुलना में वेस्ट नाइल में मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम है लेकिन जापानी ‘एन्सेफलाइटिस’ में भी समान लक्षण दिखते हैं और यह ज्यादा खतरनाक होता है। चूंकि वेस्ट नाइल वायरस के इलाज के लिए कोई दवा या टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए लक्षणों का उपचार और रोकथाम जरूरी है।

Read more : मऊ में दलित मतदाताओं को साधने में जुटे ओमप्रकाश राजभर

कैसे करें बचाव

वहीं इससे बचाव के बारें में मंत्री ने कुछ उपाय बताते हुए कहा कि -“शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनने, मच्छरदानी और ‘रिपेलेंट’ का इस्तमाल करें, अगर फ्लू के लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से इलाज कराएं अपने घर और आसपास की जगह को साफ रखें।इससे पहले मंगलवार ( 7 मई ) को ही कोझिकोड़ जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने वेस्ट नाइल बुखार के पांच मामलों की पुष्टि की है। जिला निगरानी टीम के एक अधिकारी ने कहा कि बच्चों समेत सभी संक्रमित व्यक्ति अब ठीक हैं और अपने घर चले गए हैं।अधिकारी ने बताया कि जिन इलाकों में वे रहते हैं, वहां से कोई नया मामला सामने नहीं आया है, उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल एक व्यक्ति के मच्छर जनित संक्रमण से पीड़ित होने का संदेह है और उसका इलाज किया जा रहा है।

Read more : ‘रातों-रात बदल गई तस्वीर’ जौनपुर से BSP प्रत्याशी बदलने पर बोले अफजाल अंसारी

क्या है वेस्ट नाइल बुखार?

वेस्ट नाइल बुखार क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छरों से फैलता है। युगांडा में 1937 में पहली बार इसका पता चला था। केरल में 2011 में पहली बार बुखार का पता चला था और मलप्पुरम के छह वर्षीय लड़के की 2019 में बुखार के कारण मौत हुई थी। मई 2022 में त्रिशूर जिले में बुखार से 47 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। वेस्ट नाइल वायरस से घातक ‘न्यूरोलॉजिकल’ रोग हो सकता है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह मुख्य रूप से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है।

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version