US Israel Iran War News:मिडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच पिछले 12 दिनों से चल रहे भयंकर संघर्ष के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा की है। दोनों देशों के बीच तनाव के बीच एक उम्मीद की किरण के रूप में यह सीजफायर लागू किया गया है, ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके।
सीजफायर की घोषणा और डोनाल्ड ट्रंप का संदेश
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर सीजफायर को लेकर महत्वपूर्ण बयान जारी किया। उन्होंने लिखा, “सीजफायर अब प्रभावी हो चुका है। कृपया इसे न तोड़ें।” यह संदेश युद्ध विराम की अपील के रूप में सामने आया है, जो मिडिल ईस्ट के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। ट्रंप की यह अपील दोनों पक्षों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने का आग्रह करती है।
ईरान के हमले और उसके बाद की स्थिति
सीजफायर की घोषणा से कुछ ही समय पहले ईरान ने एक बार फिर इजरायल पर मिसाइल अटैक किया। इस हमले में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जो शेल्टर की ओर भाग रहा था लेकिन हमले से बच नहीं सका। इस हमले के कारण इजरायल के कई इलाकों में सायरन बज उठे, जिससे तनाव और डर का माहौल बन गया। इजरायल रक्षा बलों ने कहा कि उनका डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय है और खतरे को रोकने के लिए काम कर रहा है।
ईरान की प्रतिक्रिया और सीजफायर के नियम
ईरान की सरकारी मीडिया ने बताया कि सुबह 7:30 बजे से इजरायल के साथ सीजफायर लागू होगा। हालांकि, इसके ठीक पहले हुए मिसाइल अटैक ने सीजफायर की संभावित सफलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ईरान के इस रवैये से स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करना अभी भी एक चुनौती बना हुआ है।
अमेरिका की मध्य पूर्व नीति और नागरिकों की सुरक्षा
अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर एयरस्ट्राइक के बाद मिडिल ईस्ट के कई देशों में अपने नागरिकों को तत्काल वहां से निकालने की चेतावनी दी है। इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिकी प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और सभी अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास जारी रखा है।
इजरायल की सुरक्षा तैयारी
इजरायली सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि उन्होंने ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सेना का कहना है कि उनकी डिफेंस प्रणाली इस खतरे को रोकने के लिए पूरी तरह सक्रिय है।