Gaza Hospital Aattack: गाजा और इजराइल के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां हमास और इजराइल के बीच बीच शांति को लेकर चर्चा चल रही है तो दूसरी तरफ इजराइल गाजा पर लगातार हमला किए जा रहा है। गाजा के हेल्थ मंत्रालय के अनुसार सोमवार को दक्षिणी गाजा में स्थित नासर हॉस्पिटल की चौथी मंजिल को निशाना बनाकर इजराइल ने मिसाइल हमला किया। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन पत्रकार भी शामिल हैं। मरने वाले पत्रकारों में कतर के प्रमुख समाचार चैनल अल जज़ीरा और रॉयटर्स के पत्रकारों के नाम भी सामने आए हैं। यह हमला एक संवेदनशील इलाके में हुआ, जहां पहले से ही मरीज और मेडिकल स्टाफ मौजूद थे।
“डबल टैप” स्ट्राइक से रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ और भी मुश्किल
हेल्थ मंत्रालय ने इस हमले को एक “डबल टैप स्ट्राइक” बताया है, जिसमें पहले एक मिसाइल गिराई जाती है और उसके कुछ ही समय बाद दूसरी। इस तरह के हमलों का उद्देश्य आमतौर पर पहले हमले में घायल हुए लोगों की मदद करने वाले बचावकर्मियों को भी नुकसान पहुंचाना होता है। इस रणनीति के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन और भी ज्यादा खतरनाक हो गया। घायल लोगों को सुरक्षित निकालने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
पत्रकारों की मौत ने वैश्विक मीडिया झकझोरा
हमले में मारे गए तीन पत्रकारों की मौत ने पूरी मीडिया बिरादरी को सदमे में डाल दिया है। पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर पहले से ही चिंता जताई जा रही थी, लेकिन इस घटना ने उन आशंकाओं को और मजबूत कर दिया है। मीडिया संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। इस हमले को लेकर अब तक इजराइली सेना की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, इससे पहले इजराइल ने गाजा के अस्पतालों पर किए गए हमलों को यह कहकर उचित ठहराया था कि उन जगहों का उपयोग हमास के आतंकवादी “कमांड एंड कंट्रोल सेंटर” के रूप में कर रहे थे। इस दावे की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई है, लेकिन इजराइल अपने रुख पर अडिग दिखाई देता है।
युद्ध में अब तक 62,686 फिलिस्तीनियों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इस युद्ध की शुरुआत से अब तक 62,686 फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि मरने वालों में लगभग आधे महिलाएं और बच्चे हैं। नागरिकों की इतनी बड़ी संख्या में मौत ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। गाजा में स्वास्थ्य सेवाएं पहले से ही बदहाल हैं और ऐसे हमलों के कारण स्थिति दिन-ब-दिन और खराब होती जा रही है।गाजा पर इजराइली हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। पत्रकारों की मौत और अस्पतालों पर हमले जैसी घटनाएं इस संघर्ष को और भी जटिल और मानवीय दृष्टि से गंभीर बना रही हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब इस पर टिकी हैं कि क्या इन हमलों की निष्पक्ष जांच होगी और क्या युद्धविराम की कोई पहल सामने आएगी।
